जिस प्रकार मर्दों द्वारा शेविंग करके त्वचा में चमक और निखार लाया जाता है उसी प्रकार महिलाएं भी शेविंग को अपना कर अपने आप को जवां दिखाने की कोशिशे में लगी हैं। त्वचा रोग विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि यदि महिलाएं भी शेविंग शुरू कर दे तो उनके चेहरों पर ताजगी बनी रहेगी और चेहरे की त्वचा जल्दी ढीली नहीं पड़ेगी।
नार्वे, इटली, फिनलैंड मेें कई महिलाएं आप को मिल जाएंगी जो रोजाना शेव करती हैं, पुरुर्षों की भांति शेविंग जैल और शेविंग क्रीमों का प्रयोग करती हैं और फिर रेजर से पुरुषों की भांति दाढ़ी काटती हैं। उनका कहना है कि इसके प्रयोग से चेहरे की रंगत ठीक रहती है और अनचाहे बाल भी साफ हो जाते हैं। तर्क दिया जाता है महिलाओं की अपेक्षा मर्दों की स्किन इसलिए टाइट रहती है,क्योंकि वह रोजाना शेव करते हैं। रोजाना शेव करने से झुर्रियां नहीं पड़ती और चेहरे की मसाज रोजाना होने से चेहरा चमकीला हो जाता है।
नार्वे की 32 वर्षीय प्रार्मिला रोचान का कहना है कि वह अपनी नियमित नौकरी पर जाने से पहले नियमित शेव करना नहीं भूलती, जिसके कारण वह अपने दफ्तर में कार्य करने वाली महिलाओं से सुंदर और खूबसूरत लगती है,उनके चेहरे की चमक सभी को प्रभावित करती है।
वह रोजाना अपने चेहरा साफ करने के लिए टोनर का प्रयोग करती है। पामेला का कहना है कि बढ़ती उम्र की महिलाओं को रोजाना शेव करनी चाहिए, इससे चेहरा तरोताजा रहता है।
नार्वे के डाक्टर माईकल रोजर ने भी इस बात पर अपनी सहमति प्रकट की है, उनका कहना है कि रोजाना शेव व्यक्ति के प्रभाव पर बहुत असर डालता है,इससे बढ़ती उम्र की महिलाओं में झुरियां दिखाई नहीं देती और चेहरे की त्वचा की कोशिकाओं का नवीनीकरण होता रहता है।
भारत में भी बैंगलोर की कई महिलाओं ने प्रतिदिन शेविंग को अपनाकर अपनी उम्र को छुपाने का बढियां ढंग ढूंढ लिया है।
सुभाष आनंद – विभूति फीचर्स