कोबे। भारतीय एथलीटों ने 2024 विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखा है और सोमवार को यहां भाग्यश्री जाधव ने महिला शॉट पुट एफ34 में रजत पदक हासिल किया।
टॉप स्कीम एथलीट भाग्यश्री ने फाइनल में 7.52 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक हासिल किया। इसी के साथ इस प्रतियोगिता में भारत के नाम अब पांच पदक हो गए हैं, जिनमें एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक शामिल है।
पहले टर्न में आयरन बॉल को 7.56 मीटर तक उछालने के बाद, भाग्यश्री ने तीन फाउल थ्रो फेंके और फिर 6.82 मीटर का थ्रो किया और उसके बाद 7.52 के प्रयास के साथ आगे बढ़ी। चीन की लिजुआन ज़ोउ ने 8.48 मीटर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि मोरक्को की सईदा अमौदी ने 7.02 मीटर की थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।
यह तीसरा पदक है जो भारत ने सोमवार को जीता। इससे पहले दिन की शुरुआत में 20 वर्षीय दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 में विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया और विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीता। दीप्ति ने 55.07 सेकंड का समय लेकर अमेरिकी ब्रीना क्लार्क के 55.12 सेकंड के पहले विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जो उन्होंने पिछले साल पेरिस में बनाया था।
शीर्ष पैरा डिस्कस थ्रोअर योगेश कथूनिया ने एफ56 श्रेणी में रजत पदक हासिल किया। कथुनिया ने 41.80 मीटर का उल्लेखनीय थ्रो हासिल किया, जिससे वह ब्राजील के क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस के बाद दूसरे स्थान पर रहे, जिन्होंने स्वर्ण पदक जीता। कांस्य पदक स्लोवाकिया के डुसान लैक्जो को मिला।