बेंगलुरू। कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए खतरे की घंटी हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि नतीजों से पता चला है कि लोग भाजपा के खिलाफ मतदान करेंगे और आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र में भाजपा के अलावा अन्य दल सरकार बनाएंगे।
सिद्धारमैया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जीत ने पार्टी का मनोबल बढ़ाया है। इस उत्साह के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे। यह पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ जनादेश है।
कर्नाटक के लोग भाजपा सरकार से तंग आ चुके हैं। सत्ता विरोधी लहर थी। उन्होंने कहा कि भाजपा 2008 और 2018 में जनादेश के दम पर सत्ता में नहीं आई थी। खंडित जनादेश था, उन्होंने ‘ऑपरेशन कमल’ से सत्ता हथिया ली।
सिद्धारमैया ने आगे कहा कि वे (लोग) जानते थे कि कौन सी पार्टी सत्ता में आ सकती है। कांग्रेस अपनी पसंद को लेकर आश्वस्त थी। यह नफरत की पार्टी थी। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक के लोग नफरत वाली पार्टी और आपराधिक राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक के नतीजों का लोकसभा चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमने 25 लोकसभा सीटें जीती हैं और एक बार फिर हम 25 सीटें जीतकर पीएम मोदी को अपना प्रधानमंत्री बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी स्थिति का मूल्यांकन करेगी और विकास के लिए सभी सहयोग करेगी। लोगों के जनादेश को सम्मानपूर्वक स्वीकार किया जाएगा।
येदियुरप्पा ने कहा कि बीजेपी पार्टी के लिए जीत और हार कोई नई बात नहीं है। इसकी शुरुआत कर्नाटक में केवल दो सीटों से हुई और बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ी है। पार्टी कार्यकर्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है।