जो लोग नियमित व्यायाम करते हैं, वे स्वस्थ और शांत रहते हैं। जो अब तक व्यायाम नहीं करते,उन्हें नियमित व्यायाम करना प्रारंभ कर देना चाहिए।
अधिक मोटे लोगों को व्यायाम तो करना चाहिए पर अधिक उछल कूद वाला नहीं।
अगर सैर पर जाते हैं , ट्रेडमिल पर चलते हैं तो सही जूते पहनें नहीं तो घुटने जल्दी खराब होंगे।
नियमित व्यायाम का अर्थ सप्ताह में 5 दिन व्यायाम करना है। अगर आप सातों दिन व्यायाम करते हैं तो और भी अच्छा है।
घुटनों में दर्द रहता हो तो ब्रिस्क वाक न करें। जो लोग स्वस्थ हैं उन्हें प्रारंभ में धीरे धीरे ब्रिस्क वाक करनी चाहिए। धीरे धीरे उसे आगे बढ़ाएं। 15 मिनट तक ब्रिस्क वाक कर सकते हैं। ध्यान दें कि स्वस्थ लोग ही ऐसा करें।
दो तरह के व्यायाम अक्सर होते हैं, एक जिम एक्सरसाइज मशीनों के साथ, दूसरा एरोबिक। ध्यान रखें जिम में अधिक हैवी वेट वाले व्यायाम न करें।
लिफ्ट का प्रयोग न कर सीढिय़ों से चढ़ें उतरें। दोनों तरफ सीढिय़ां प्रयोग में लाएं।
व्यायाम बहुत आसान या अधिक कठिन न करें। अपनी क्षमतानुसार आसान व्यायाम से थोड़े कठिन व्यायाम की ओर बढ़े। अपनी क्षमता का 100 प्रतिशत न दें । इससे आप थकान महसूस करेंगे और जल्दी बोर भी हो जाएंगे।
योग
नियमित योग हेतु 45 मिनट का समय निकालें। पहले थोड़ा टहल लें, फिर प्राणायाम और बाद में आसनों का अभ्यास करें। अंत में शवासन में आराम अवश्य करें। प्राणायाम भी करते समय हर आवृत्ति पूरी करने के बाद थोड़ा विश्राम अवश्य करें। इसी प्रकार हर आसन के बाद भी।
अगर आप वर्किग हैं तो आफिस में बीच बीच में थोड़ा समय निकालकर हाथों,पैरों,गर्दन की सूक्ष्म क्रियाएं करते रहें।
योग और व्यायाम दोनों को आप नियमित कर सकते हैं अगर आपके पास उचित समय है। अगर आपके पास समय कम है तो दोनों को अलग समय पर बांट लें जैसे योग,प्राणायाम प्रात: कर लें। दिन में समय मिलने पर एक्सरसाइज करें।
– सारिका