लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट को 25 करोड़ की आबादी के लिए कल्याणकारी बताया। बजट पेश होने के बाद प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट आत्मनिर्भर यूपी के लिए है। इस बजट को प्रस्तुत करने के लिए वित्त मंत्री खन्ना और अपर मुख्य सचिव वित्त प्रशांत त्रिवेदी को बधाई देता हूँ। एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में यह बजट मील का पत्थर साबित होगा। 16-17 में तीन लाख 40 हजार का बजट था। आज छह लाख 90 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने संकल्प पत्र में 130 वादे किए थे। 110 वादे इस बजट में पूरे करने का प्रावधान किया गया है। अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने पड़े हैं। उसका परिणाम है 2016-17 में केवल 86 हजार करोड़ का राजस्व था। आज दो लाख 30 हजार करोड़ से अधिक राजस्व पहुंच गया है।
इस दौरान हमारी सरकार ने कोई टैक्स भी नहीं बढ़ाया है। देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य उत्तरप्रदेश, प्रधानमंत्री के निर्देशन में आगे बढ़ रहा है।
योगी ने कहा कि बजट हर बार किसी न किसी थीम पर आधारित रहा,पहला बजट अन्नदाता किसान को समर्पित था,इसी तरह हर बार का बजट अलग अलग थीम पर था। 2021—22 का बजट स्वावलंबन से सशक्तीकरण को समर्पित था। 22—23 का अंत्योदय को और आज का बजट उत्तर प्रदेश के त्वरित सर्वसमावेशी विकास और आत्मनिर्भरता का बजट है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट उत्तरप्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिए होगा,यह बजट 1 ट्रिलियन इकोनॉमी के लिये नींव साबित होगा। आज का बजट 6 लाख 90 हजार से ज्यादा का है।2016-17 में करीब 3 लाख 40 हजार के आसपास था। बजट के दायरे को इस बार बढ़ाया गया है। 2022 के चुनाव में हमने जो लोक संकल्प पत्र में वायदे किये,उनमें से 110 वादों को शामिल किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना उपस्थित रहे।