Tuesday, November 5, 2024

वाराणसी में युवक ने लाइव होकर फांसी लगाई, पत्नी और पिता से माफी मांगी

वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के धरहरा में अंतरजातीय विवाह के बाद घर परिवार में क्लेश और आर्थिक तंगी से क्षुब्ध महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्र नेता ने फेसबुक पर लाइव होकर फांसी लगा अपनी जान दे दी। बुधवार सुबह घटना की जानकारी परिजनों को हुई । युवक जाने माने सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ लेनिन रघुवंशी का छोटा भाई बताया गया। कणाद के मौत का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मूल रूप से चौबेपुर धरहरा निवासी कणाद रघुवंशी (35) ने हाल में अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। परिजनों ने इस शादी का जमकर विरोध किया। बाद में आए दिन कलह भी होने लगा। कणाद को बेरोजगार होने और प्रेम विवाह करने पर हर वक्त ताना सुनना पड़ता था। पिता और भाई आए दिन घर से बेदखल करने का दबाब भी बनाते थे। इस दौरान कणाद की पत्नी को भी प्रताड़ित किया गया। परिजनों के इस रूखे बर्ताव से कणाव अंदर से टूट गया।

आर्थिक तंगी से घर का खर्चा न चला पाने के कारण कणाद ने मंगलवार देर रात फेसबुक पर लाइव आकर आत्महत्या की बात करते हुए पत्नी और पिता समेत परिजनों से माफी मांगी और फिर फंदे पर झूल गया। मरने के पहले कणाद ने कहा कि अपने घर से हार गया, भाइयों से हार गया और जिन लोगों को अपना मानता था उनसे हार गया। अपनी पत्नी से माफी मांगता हूंं। पापा से माफी मांगता हूं। कणाद ने कहा कि एक रुपये नहीं कमा पाया लेकिन अपने पिता की एक लाख की इज्जत करता हूं।

कणाद की मौत के बाद लोग समाजसेवी डॉ लेनिन रघुवंशी पर भी तंज कसते रहे। उधर,परिजनों का कहना था कि वह नशे का आदी था। उसे सुधारने के लिए परिवार सहित पुस्तैनी मकान धरहरा में रखा गया था। इधर,वह गांव में अपना अलग हिस्सा मांग रहा था, लेकिन परिवार के लोग पिता के रहते हिस्सा देने के लिए राजी नहीं हुए। कणाद पांच भाइयों में सबसे छोटा था। कणाद के पिता जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के पद रिटायर हुए हैं। वह कणाद को खर्च के लिए 30,000 रुपया हर महीने देते हैं।

परिजनों का कहना है कि वर्ष 2021 में कणाद ने छाया से अंतरजातीय विवाह अपने निवास के पास मंदिर में किया था। पत्नी को घर वापस लाने पर परिवार के लोगो ने आर्य समाज मंदिर में पारंपरिक रूप से दोनों की शादी करायी। पिता सहित भाईयो ने शादी में बढ़ चढ़कर भागीदारी करके दोनों को आशीर्वाद और उपहार भी दिया। कणाद के भाई सामाजिक कार्यकर्ता डॉ लेनिन इन दिनों फिलीपीन्स के मनीला शहर में अपनी संस्था के साथियों के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम में भागीदारी कर रहे हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय