हुबली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को युवाओं का आह्वान किया कि वे किसी प्रकार के विरोध और उपहास से परे वे अपने अभिनव विचारों पर कायम रहें।
श्री मोदी ने यहां 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा , “ युवाओं को नवाचार पर स्वामी विवेकानंद की एक बात याद रखनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि हर काम को तीन चरणों से गुजरना पड़ता है – उपहास, विरोध और स्वीकृति। अगर नवाचार को एक पंक्ति में परिभाषित करना है, तो वह यही है।” उन्होंने उहाहरण पेश करते हुए कहा कि मोदी विरोधी लॉबी ने डिजिटल भुगतान, स्वच्छ भारत, जन धन और कोविड पर केंद्र सरकार के विभिन्न फैसलों का मजाक उड़ाया, लेकिन इन पहलों से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले जब देश में डिजिटल भुगतान शुरू हुआ था , तो कुछ लोगों ने इसका मज़ाक उड़ाया। जब स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुआ, तो उन्होंने कहा कि यह सब भारत में नहीं चलने वाला। देश में जन धन खाते खुल रहे थे। बैंकों ने गरीबों के लिए योजना बनाई और उसका भी मजाक उड़ाया। कोविड के समय हम अपनी खुद की जैविक वैक्सीन लेते थे। उसका भी मजाक उड़ाया जाता था।उन्होंने कहा “ अब देखिए, आज भारत डिजिटल पेमेंट में वर्ल्ड लीडर है। आज जनधन खाते हमारी अर्थव्यवस्था की बड़ी ताकत हैं। वैक्सीन के क्षेत्र में भारत की उपलब्धि की चर्चा दुनिया में हो रही है।”
प्रधानमंत्री ने कहा , “ आप नौजवानों के पास अगर कोई नया आइडिया है तो याद रखिए , आपका मज़ाक उड़ाया जा सकता है, विरोध किया जा सकता है। लेकिन अगर आपको अपने आइडिया पर विश्वास है तो उस पर अडिग रहिये। उस पर भरोसा करते रहिये। आपकी सफलता मज़ाक करने वालों से भी बड़ी साबित होगी। इसके बारे में सोचिए।” उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जबकि तीसरी शीर्ष अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है। देश की यह आर्थिक वृद्धि युवाओं के लिए असंख्य अवसर लायेगी।
उन्होंने जोर दिया कि खिलौने से लेकर पर्यटन, रक्षा से लेकर डिजिटल तक, भारत दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रहा है। इसलिए यह एक ऐतिहासिक समय है जब आशावाद और अवसर एक साथ आ रहे हैं। युवा शक्ति भारत की यात्रा की प्रेरक शक्ति है और अगले 25 वर्षों में राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। युवा शक्ति के सपने और आकांक्षाएं भारत की मंजिल तय करेंगी। उन्होंने कहा कि भारत की नारी शक्ति ने देश को मजबूत किया है तथा ‘आज की भारतीय महिलाएं फाइटर जेट उड़ा रही हैं।
हुबली-धारवाड़ क्षेत्र के वीरों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा , “ यहां के लांस नायक हनुमंथप्पा कोप्पड ने माइनस 55 डिग्री में अपनी ताकत साबित की और मौत को मात देकर जिंदा निकल आये। यह वही भूमि है जिसने हमें सबसे महान इंजीनियरों में से विश्वेश्वरैया दिया।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक की इस पवित्र धरती ने रानी चेन्नमा, सांगोली रायन्ना जैसी महान स्वतंत्रता सेनानियां दी है।