नोएडा। सस्ते में प्लॉट बेचने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर बदमाश को अपराध शाखा गौतमबुद्धनगर व सीआरटी टीम ने गिरफ्तार कर थाना सेक्टर-49 पुलिस को सौंप दिया। जालसाज ने अपने आप को मृत घोषित कर रखा था।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के मीडिया सेल से मिली जानकारी के अनुसार 11 जुलाई वर्ष 2019 में एक महिला ने थाना सेक्टर-49 में धोखधड़ी के संबंध में योगेश, पप्पू यादव पुत्र सल्लड उर्फ शेरसिह यादव, इस्तियाक पुत्र फजलू, इमरान पुत्र हनीफ, रोहित पुत्र उत्तम सिह तथा लाखन सिह पुत्र प्रताप सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसमें योगेश व एक अन्य व्यक्ति सुनील शर्मा (फर्जी नाम असली नाम इमरान) द्वारा एनआई इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रीन इन्डिया प्लेस नियर विशाल मेगा मार्ट सिक्स फ्लोर पर वादिया व उसके पति को बुलाया और सेक्टर-78 व 79 में सस्ते में प्लॉट देने की बात की। पीड़ित को सेक्टर-79 के सिक्का प्रोजेक्ट के पास मेट्रो स्टेशन सेक्टर-101 के पीछे ग्राम सरफाबाद क्षेत्र में खाली जगह दिखाया गया।
वहां पप्पू यादव मिला जिसके द्वारा बताया गया कि वह यहां प्लाटिंग करता है तथा उसने एक फर्जी नक्शा दिखाया तथा बताया कि पूरी जमीन का जनरल पावर ऑफ अटर्नी इस्तियाक नामक व्यक्ति के पास है। उसी दिन 100 रूपये एग्रीमेन्ट टू सेल लेटर बनाया गया। जमीन की कीमत 32 लाख रूपये लगाई गयी। जिसके एवज में 5-5 लाख रूपया के चार चेक शारदा रियलटेक के नाम से दिया व पांच लाख रूपया का एक अन्य चोक एनआई इन्फ्राटेक के नाम से व पांच लाख रूपया का एक अन्य चेक रजनीश के नाम से दिया गया तथा रजिस्ट्री ऑफिस में जाकर रजिस्ट्री भी कराई गयी।
उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री के बाद जब वादिया जमीन पर कब्जा लेने गयी तो ज्ञात हुआ वह जमीन अभियुक्तगणों की नहीं है। उन्होंने बताया कि साक्ष्य संकलन के दौरान रजनीश शर्मा को मृत बताया गया था। इस्तियाक के पक्ष में लाजपत बबेजा नाम के व्यक्ति द्वारा रजिस्ट्रार कार्यालय गाजियाबाद में 7 सितंबर 2018 को पंजीकृत कराई गई मुख्त्यारेआम फर्जी एवं कूट रचित होना पाया गया।
उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में 8 अभियुक्तों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। आज अपने आप को मृत बताने वाले रजनीश शर्मा पुत्र स्व. शिवसरन शर्मा को 2 टावर जेकेजी पामकोर्ट नोएडा को गिरफ्तार किया गया है।