मेरठ। आवास विकास परिषद के बाबू परमीत कुमार को एंटी करप्शन टीम ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। परमीत कुमार जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 के तहत कार्यरत था और इसी योजना से जुड़े एक आवंटी से रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपी लिपिक को रिश्वत लेते हुए पकड़ने के बाद एंटी करप्शन टीम ने थाना नौचंदी पुलिस को सौंप दिया है। इस मामले में टीम लीडर इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने भ्रष्टाचार की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
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थाना एंटी करप्शन प्रभारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि जागृति विहार के निवासी कपड़ा व्यापारी जगानंद को इस योजना के तहत एक फ्लैट आवंटित किया गया था। फ्लैट की किस्त समय पर जमा न करने के कारण उसे पुनर्जीवित कर कब्जा दिलाने की व्यवस्था की गई थी। इसी प्रक्रिया में लिपिक परमीत कुमार ने 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की, जिसे एंटी करप्शन टीम ने पकड़ लिया।
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यह कार्रवाई उस लिपिक के खिलाफ है जो पहले भी रिश्वत लेते पकड़ा जा चुका है। इस गिरफ्तारी से आवास विकास परिषद के कार्यालय में हड़कंप मच गया है।