नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 के मौके पर एक कार्यक्रम का उद्घाटन किया जहां उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी की दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत के युवा तेज गति से विकसित होती प्रौद्योगिकी के साथ कदम बढ़ा कर आगे बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) उपकरणों का उल्लेख किया जो नए गेम चेंजर के रूप में उभरे हैं। उन्होंने कहा, स्वास्थ्य क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं, और ड्रोन प्रौद्योगिकी में नवाचार हो रहे हैं। भारत को इस तरह के क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ कर नेतृत्व करना चाहिए।
भारत के आत्मनिर्भर रक्षा क्षेत्र के लक्ष्य का उल्लेख करते हुए, उन्होंने इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस या आईडीईएक्स के बारे में बताया और प्रसन्नता व्यक्त की कि रक्षा मंत्रालय ने आईडीईएक्स से 350 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 14 नवाचार खरीदे हैं।
मोदी ने आई-क्रिएट और डीआरडीओ यंग साइंटिस्ट लैब जैसी पहल का भी जिक्र किया और कहा कि इन प्रयासों को एक नई दिशा दी जा रही है।
इस अवसर पर, उन्होंने 5,800 करोड़ रुपये से अधिक की कई वैज्ञानिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने नवी मुंबई में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के साथ-साथ महिला एवं बच्चों के कैंसर अस्पताल भवन को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
पीएम मोदी ने नवी मुंबई में राष्ट्रीय हैड्रॉन बीम थेरेपी सुविधा और रेडियोलॉजिकल रिसर्च यूनिट भी राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने विशाखापत्तनम में फिजन मोलिब्डेनम-99 उत्पादन सुविधा, और दुर्लभ पृथ्वी स्थायी चुंबक संयंत्र का भी उद्घाटन किया।
मोदी ने लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल-वेव ऑब्जर्वेटरी इंडिया (एलआईजीओ-इंडिया) की आधारशिला भी रखी।