मुज़फ्फरनगर। जिला अस्पताल में मंगलवार को उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब एक युवक ने खुद को किसान यूनियन से जुड़ा बताते हुए अस्पताल कर्मियों के साथ अभद्रता की। अस्पताल स्टाफ का कहना है कि युवक ने मरीज की रेफर स्लिप मांगी, जो नियमों के अनुसार केवल परिजनों को ही दी जाती है। जब कर्मचारी ने मना किया, तो युवक उग्र हो गया और धरने की धमकी देने लगा।
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डॉ. अनिल कुमार ने जानकारी दी कि हंगामे के दौरान वहां मौजूद स्टाफ के साथ-साथ उनकी सहकर्मी हारून की बहन, जो आंखों की जांच के लिए अस्पताल आई थीं, उनके साथ भी युवक ने बदसलूकी की। माहौल तनावपूर्ण होते देख अस्पताल कर्मियों ने युवक को काबू में कर अस्पताल चौकी पुलिस को सौंप दिया।
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डॉ. अनिल ने कहा कि किसान यूनियन जैसे संगठनों से जुड़ाव आपत्तिजनक नहीं है, क्योंकि वे किसानों की भलाई के लिए कार्य करते हैं। लेकिन यूनियन के नाम पर गुंडागर्दी और अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह प्रवृत्ति समाज के लिए खतरनाक है।
हालांकि युवक की इस हरकत के बाद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से न तो कोई लिखित शिकायत दी गई और न ही कोई एफआईआर दर्ज की गई, जिसके चलते आरोपी को छोड़ दिया गया। इससे अस्पताल स्टाफ में रोष है। चिकित्सकों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में अस्पताल परिसर की गरिमा बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों में सख्त और तत्काल कार्रवाई की जाए।