मेरठ। आज यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक स्वर्गीय कांशीराम का 91वां जन्मदिवस मनाया गया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कांशीराम शोध पीठ के तत्वावधान में “ सतत विकास लक्ष्य : गरीबी उन्मूलन एवं शून्य भुखमरी” विषय पर एक राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
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इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में बोलते हुए मेरठ के पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की मुख्य चिन्ताओ पर सार्थक रूप में कार्य करने वाले मान्यवर कांशी राम जी भारतीय राजनीति के लिए एक संपत्ति है। कांशी राम के समानता एवं समता रूपी विचारो की जमीनी हकीकत को समझाने के लिए विभिन्न प्रसंगों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांशीराम का काम अधूरा रह गया लेकिन इस कोई न कोई आवश्य पूरा करेगा। उन्होंने अपने सन्देश में “अप्पो दीपो भव “ पर विस्तृत चर्चा की।
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कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रभात कुमार रॉय , पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ने कांशी राम जी की सादगी पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सादगी ही भारतीय संस्कृति है। उन्होंने युवा वर्ग से मान्यवर काशी राम जी के आचार विचारों पर चलने की सलाह दी। उन्होंने समाज की विभिन्न बुराइयों पर चर्चा करते हुए इसके व्यावहारिक समाधान की चर्चा की।
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विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ चरण सिंह लिसाडी ने कांशी राम के विचारों की गहराई की चर्चा करते हुए उनके उच्च विचारों के वर्तमान समय में महत्त्व को स्पष्ट किया। प्रो निवेदिता कुमारी , प्राचार्य , आर जी पी जी कॉलेज ने विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा मान्यवर कांशी राम के चिंतन की प्रक्रिया एवं समय तथा वातावरण के महत्त्व को स्पष्ट किया। उन्होंने कांशी राम जी के राजनैतिक जीवन , चेतना के स्तर , दर्शन एवं दार्शनिकता को स्पष्ट किया।