मेरठ। थाना मवाना क्षेत्र से एक युवती को बेचे जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक मासूम युवती को प्यार का झांसा देकर उसका शोषण किया गया। इसके बाद युवती को अधेड़ उम्र के व्यक्ति को बेच दिया गया। गनीमत रही कि युवती ने साहस दिखाया और आरोपियों के चंगुल से भागकर पुलिस को सब कुछ बता दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चार अभियुक्तों को धर दबोचा और उनके कब्जे से 48,960 रुपये की नगदी व पीली धातु के आभूषण बरामद किए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने इंसानियत को शर्मसार किया है। ग्राम तिगरी निवासी मनीष कुमार ने 13 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी भांजी पूर्णिमा दहिया उर्फ अंशिका दो लाख रुपये नकद और 18 तोला सोना लेकर घर से लापता हो गई है। मामले की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पता चला कि देवबंद निवासी वंश नामक युवक ने पांच अप्रैल को पीड़िता से मिलने उसके मामा के घर आया था। उसी रात वंश ने पीड़िता के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और सुबह होने के बाद शादी का झांसा देकर उसे अपने साथ ले गया।
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सौदे की कहानी वंश ने युवती को अपने ताऊ ऋषिपाल, महिला सहयोगी रेनू और नीरज से मिलवाया। इस गैंग ने मिलकर मोटी रकम लेकर पीड़िता का सौदा हरियाणा के अधेड़ व्यक्ति अमित से कर डाला। जबरन शादी करवा दी गई और युवती को एक ‘खरीदी हुई दुल्हन’ बना दिया गया। 20 अप्रैल को किसी तरह पीड़िता आरोपियों के चंगुल से भाग निकली और मवाना थाने पहुंचकर अपने साथ हुई हैवानियत की पूरी कहानी सुनाई।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम वंश पुत्र सुशील उम्र 20 वर्ष, निवासी गुर्जरवाड़ा देवबंद, ऋषिपाल पुत्र फूल सिंह उम्र 52 वर्ष, निवासी गुर्जरवाड़ा, रेनू पत्नी सुनील कुमार मूल निवासी करनाल, वर्तमान पता गुर्जरवाड़ा देवबंद और नीरज पुत्र सुरेन्द्र उम्र 35 वर्ष, निवासी गुर्जरवाड़ा है। मुख्य आरोपी अमित मौके से फरार हो गया है। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।