नोएडा। रेव पार्टी आयोजित करने और उसमें सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा पुलिस ने संबंधित न्यायालय में 1200 पन्नों की चार्जशीट शुक्रवार दाखिल कर दी है। इसमें 24 गवाहों के बयान नत्थी किए गए हैं।
चार्जशीट में नोएडा पुलिस की ओर से बताया गया है कि एल्विश का जहरीले खेल में जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी पुलिस ने इसमें बताया है। एल्विश और उसके सहयोगियों पर लगे आरोपों की पुष्टि नोएडा पुलिस द्वारा चार्जशीट में की गई है। इसमें मुंबई स्थित डिपार्टमेंट ऑफ फारेंसिक मेडिसीन टॉक्सिकोलॉजी के विशेषज्ञ की सलाह भी शामिल की गई है।
बीते साल पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। संस्था के सदस्य ने एक स्टिंग किया था। इसमें कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल सांपों का जहर पांच सपेरों के पास मिला। सभी को जेल भेज दिया गया। संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो इसके बाद वायरल हुआ जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात कर रहा है। इसमें राहुल यह कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था।
हालांकि बाद में सभी को जमानत मिल गई। इसके बाद एल्विश को दबोचने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह तैयार किया। देश भर में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज केस का नोएडा पुलिस की एक टीम ने अवलोकन किया। एक अन्य टीम ने जयपुर से आई फारेंसिक रिपोर्ट का अध्ययन किया। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी सांपों का जो जहर सपेरों के पास से मिला था वह करैत प्रजाति के कोबरा का है। टीम ने एल्विश के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला। जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया।
पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहा। होली के पहले हालांकि उसे इस मामले में जमानत मिल गई। पुलिस ने चार्जशीट में एल्विश के ऊपर लगे सभी आरोपों का जिक्र किया है। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद ही मामले में चार्जशीट दाखिल होने की बात कही जा रही थी। जांच अधिकारी समेत अन्य अधिकारी चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया में लगे हुए थे। इस पर शीर्ष अधिकारियों की भी पैनी नजर रही।
यूट्यूबर एल्विश यादव और उसके सात अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज होने के करीब 155 दिन बाद चार्जशीट नोएडा पुलिस ने दाखिल की है। उसके खिलाफ बीते साल तीन नवंबर को सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज हुआ था। बीते माह 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। केस दर्ज होने और गिरफ्तारी के बीच की अवधि में नोएडा पुलिस ने उससे पूछताछ की थी। इस मामले में पुलिस सिंगर फाजिलपुरिया को भी नोटिस देकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही थी,हालांकि इसी दौरान एल्विश पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मामले में एल्विश की गिरफ्तारी केस दर्ज होने के 136 दिन बाद हुई थी।
केस दर्ज होने वाले दिन सपेरे राहुल, टीटूनाथ, जयकरन,नारायण और रविनाथ गिरफ्तार हुआ था। कुल सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इसमें एल्विश के अलावा कई अज्ञात भी थे। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद उसके दो करीबियों ईश्वर और विनय यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। राहुल और उसके साथियों के पास से जो सांप बरामद हुए थे उसमें पांच कोबरा, एक अजगर, दो सैंड बुआ और एक घोड़ा पछाड़ शामिल था। राहुल को जब पुलिस ने रिमांड पर लिया तो उसकी निशानदेही पर फरीदाबाद से भी दो कोबरा सांप बरामद हुए थे। बाद में सभी सांपों को जंगल में छोड़ दिया गया था।