राजकोट। राजकोट कालावाड रोड पर टीआरपी गेम जोन अग्निकांड के गिरफ्तार 3 आरोपित 14 दिन के रिमांड पर भेज दिए गए हैं। तीनों आरोपितों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। राजकोट क्राइम ब्रांच ने जांच और पूछताछ के लिए तीनों आरोपितों युवराज सिंह सोलंकी, नितिन जैन और राहुल राठौड़ के लिए 14 दिन की रिमांड की मांग की।
सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि अग्निकांड में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। पकड़े गए आरोपित जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। विशेष सरकारी अभियोजक (स्पेशल पीपी) तुषार गोकाणी ने कहा कि जब दुर्घटना हुई तो गेम जोन के कर्मचारी दरवाजा बंद कर चले गए। गेम जोन के लिए दो प्लॉट को अलग-अलग लिया गया। एक प्लॉट में मात्र स्ट्रक्चर खड़ा किया गया था। स्ट्रक्चर को नियमानुसार करने के लिए आवदेन किया गया था।
गेम जोन में फेब्रिकेशन और इलेक्ट्रिक वायर था। गेम जोन में लोगों की आवाजाही के बीच वेल्डिंग का काम चल रहा था, जोकि नहीं होना चाहिए था। सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि आरोपितों ने किसी प्रकार का लाइसेंस नहीं लिया था। मात्र राइड का फी तय करने के लिए परमिशन लिया था। यहां सभी सामान ऐसे थे, जिसमें तुरंत ही आग पकड़ सकता था। दूसरी ओर कोर्ट में सुनवाई से पहले कोर्ट ने आरोपितों को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। कोर्ट कार्यवाही के दौरान आरोपित युवराजसिंह रो पड़ा।
राजकोट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरेश फलदू ने आरोप लगाया है कि एफएसएल के आने से पहले साक्ष्य को नष्ट करने के प्रयास किए गए। गेम जोन का मलबा हटाने का प्रयास किया गया। इसमें मृत देह थे। उन्होंने मांग की कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए जो कि उदाहरणरूप हो। महज अधिकारियों को निलंबित करना ही काफी नहीं है।