नई दिल्ली। दिल्ली में औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ सरकार की ओर से एक महीने तक लगातार अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने समीक्षा बैठक की।
बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि औद्योगिक प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 20 अक्टूबर से 20 नवंबर तक दिल्ली में औद्योगिक प्रदूषण के विरूद्ध अभियान चलाया जाएगा। दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के लिए डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमों की तैनाती की गई है। औद्योगिक अपशिष्ट की डंपिंग की निगरानी के लिए पूरी दिल्ली में पेट्रोलिंग टीम तैनात की गई है।
मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली की 1,753 पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सर्दी के मौसम में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी और उसके अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य शुरू हो गया है।
डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमें औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के कार्य में तैनात की गई है। यह सभी टीमें दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों पर निगरानी रखने और उनके द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाने का कार्य करेगी। जिसकी रिपोर्ट समय-समय पर पर्यावरण विभाग को भेजी जाएंगी।
डीपीसीसी की इस टीम को औद्योगिक इकाइयों द्वारा पर्यावरण नियमों के उल्लंघन करने पर सख़्त कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की 1,753 पंजीकृत औद्योगिक इकाईयों को पीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है। यदि कोई भी औद्योगिक इकाई पर्यावरण के नियमों का उलंघन करती पाई जाएंगी, उस पर सम्बंधित विभाग द्वारा उचित और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।