लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब तक 55,639 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालों का आयोजन किया गया। बीते शुक्रवार को 1538 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालों का आयोजन हुआ। इन ग्राम चौपालों में अब तक 2.63 लाख से अधिक समस्याओं का निस्तारण किया गया।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशन में ग्रामीणों की समस्यायों के निराकरण हेतु राज्य के प्रत्येक विकास खण्ड की दो ग्राम पंचायतों में प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री का कहना है कि इन ग्राम चौपालों के बहुत ही सार्थक परिणाम निखर कर सामने आ रहे हैं तथा बहुत बड़ी संख्या में लोगों की समस्यायों का निराकरण उनके गांव में ही हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार खुद चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है, ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आ रही है।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ठोस व प्रभावी रूपरेखा बनाकर चौपालों का आयोजन किया जा रहा है तथा चौपालों से पूर्व गांवों में सफाई पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है और चौपालों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। व्यक्तिगत समस्याओं के अलावा सार्वजनिक समस्याओं का भी समाधान चौपालों में हो रहा है।
ग्राम चौपालों में 2.63 लाख से अधिक समस्याओं का हुआ निस्तारण
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश की 1538 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया, जिनमें 5330 प्रकरणों का निस्तारण गांव पंचायतों में ही कर दिया गया। इन ग्राम चौपालों में 4522 ब्लाक स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी तथा 8031 ग्राम स्तरीय कर्मचारी मौजूद रहे और इन चौपालो में 91 हजार से अधिक ग्रामीणों ने सहभागिता की। ग्राम्य विकास आयुक्त ने बताया कि 06 जनवरी से अब तक प्रदेश की 55,639 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें लगभग 41 लाख ग्रामीण मौजूद रहे और 2 लाख 63 हजार से अधिक समस्याओं व प्रकरणों का निस्तारण किया गया।