प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने औद्योगिक विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत विभिन्न कम्पनियों को ब्याज मुक्त ऋण के रूप में 70.91 करोड़ रूपये से अधिक की प्रोत्साहन राशि प्रदान किए जाने के प्रस्ताव पर मंजूरी प्रदान की है। अब जल्द ही इन कम्पनियों व इकाईयों को ब्याज मुक्त ऋण की धनराशि मिल जाएगी। इससे उद्यमियों को अपने उद्योग को बढ़ाने एवं मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी।
मंत्री नन्दी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का ग्रोथ इंजन बन चुका उत्तर प्रदेश लगातार उन्नति की ओर अग्रसर है। 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश की छवि बीमारू राज्य की थी लेकिन आज उप्र की पहचान सर्वोत्तम प्रदेश की बन गई है।
नन्दी ने कहा कि उप्र को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के लिए जहां प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है, वहीं उद्यमियों के लिए सहूलियतों का पिटारा खोल दिया गया है। उद्योगों के साथ ही उद्यमियों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना संचालित की जा रही है। जिसके तहत उद्यमियों को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जा रहा है। इस योजना में इकाईयों से किसी प्रकार का ब्याज नहीं लिया जाता है, जिसकी वजह से उद्यमियों को बिना किसी दबाव के व्यापार को विस्तारित करने में मदद मिलती है।
मंत्री ने मेसर्स आर.एल.जे कॉनकास्ट प्रा.लि मिर्जापुर को 21 करोड़ 42 लाख 56 हजार, मेसर्स महामाया एलायज प्रा.लि मिर्जापुर तथा माडर्न पैकेजिंग प्रा.लि को 28 करोड़ 34 लाख 01 हजार, मेसर्स वरुण बेवरेजेस लिमिटेड, मेसर्स सी.पी मिल्क एवं फूड प्रा.लि बाराबंकी, मेसर्स मून बेवरेजेस प्रा.लि ग्रेटर नोएडा, मेसर्स मंगलम सीमेन्ट प्रा.लि अलीगढ, मेसर्स वृंदावन एग्रो प्रा.लि-मेसर्स बिरला कारपोरेशन रायबरेली-मेसर्स अमृत बाटलर्स प्रा.लि अयोध्या तथा मेसर्स महान मिल्क फूड हाथरस को आठ करोड़ 02 लाख 81 हजार 450 रुपये का ऋण प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। मेसर्स महामाया एलायज प्रा.लि मिर्जापुर को दो वित्तीय वर्ष के लिए 13 करोड़ 12 लाख 30 हजार रुपये का ऋण अलग मंजूर किया गया है।c