मुज़फ्फरनगर। एक युवती से फोन पर अश्लीलता पूर्ण बातें करने के आरोप में तहसील के एक चपरासी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए उसे संस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी चपरासी अभी फरार है।
शनिवार को तहसील क्षेत्र के गांव कम्हेड़ा निवासी पीड़िता ने तहसीलदार के चपरासी के खिलाफ छेड़छाड़ की तहरीर दी थी। तहरीर में बताया था कि पीड़िता के पिता ने अपनी चल अचल संपत्ति की एक वसीयत पीड़िता की मां के नाम सब रजिस्ट्री कार्यालय में रजिस्टर की थी। पीड़िता के पिता की मृत्यु के पश्चात रजिस्टर्ड वसीयत के आधार पर मां का नाम तहसील में दर्ज कराने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी थी, जिसका वाद न्यायालय नायब तहसीलदार भोपा के यहां विचाराधीन है।
पीड़िता ने बताया कि उसकी मां बीमार है और काफी उम्र होने के कारण पीड़िता अपनी मां के साथ पैरवी के लिए तहसील में आती जाती थी। इसी दौरान दो वर्ष पहले जानसठ के तहसीलदार के चपरासी हरवीर सिंह ने रजिस्टर्ड वसीयत दर्ज कराने मे मदद की बात कही और कहा कि तहसीलदार और अधिकारी मेरी बात मानते हैं।
समय-समय पर पीड़िता से रुपए भी उक्त हरवीर लेता रहा है। पीड़िता ने बताया कि हरवीर की नियत में खोट आ गया था। इस मामले में एक ऑडियो भी वायरल हुआ था जिसमे यह कर्मचारी जानसठ तहसील के कई अधिकारियों का जिक्र करते हुए यह भी कह रहा है, कि वह उन्हें लाखों रुपए हर महीने कमवाता है।
इस पूरे प्रकरण में अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा था कि मामला मेरे संज्ञान में आया है, एसडीएम जानसठ से इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
तहसीलदार संजय सिंह ने बताया कि शनिवार की सुबह ही आरोपी चपरासी को सस्पेंड कर दिया गया था। पुलिस की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। ये है पूरा मामला-देखे वीडियो –