Monday, November 25, 2024

मदनी से मिलने निकले यशवीर महाराज को रूडकी रोड़ पर पुलिस ने रोका, सडक पर धरने पर बैठे, मान-मनव्वल पर माने

मुजफ़्फरनगर। दारुल उलूम देवबंद में मौलाना मदनी से शास्त्रार्थ करने के लिए जाते समय स्वामी यशवीर महाराज को पुलिस ने रुड़की रोड पर रोक लिया, जिस पर स्वामी यशवीर महाराज अपने सैकड़ों समर्थकों सहित सडक पर बैठ गए और धरना देने लगे। इस दौरान घंटे घडिय़ाल बजाते हुए आरती शुरू कर दी।

वहां मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार व सीओ सिटी आयुष विक्रम सिंह ने महाराज को समझा बुझाकर शांत किया, जिस पर स्वामी यशवीर महाराज ने अपने देवबंद जाने के कार्यक्रम को कुछ दिन के लिए स्थगित कर दिया।

हिंदुत्ववादी धर्मगुरु की पहचान रखने वाले स्वामी यशवीर महाराज ने आज भारी संख्या में समर्थकों के साथ जीआईसी ग्राउंड से देवबंद के लिए कूच किया। स्वामी यशवीर महाराज ने जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी को शास्त्रार्थ की चुनौती दे रखी थी, क्योंकि दिल्ली में जमीयत उलेमा ए हिंद के महाधिवेशन में मौलाना अरशद मदनी द्वारा सनातन धर्म पर टिप्पणी की गई थी।

पुलिस प्रशासन ने यशवीर महाराज को बताया कि जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी देवबंद मे उपस्थित ही नहीं है और ना ही वे चुनौती को स्वीकार करते हैं, यह कहते हुए रूड़की चुंगी पहुंचते ही पुलिस ने यात्रा को रोक दिया, जिसके बाद यशवीर महराज और उनके अनुयायियों ने बीच सड़क में धरना दे दिया। आरती और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।

प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा यशवीर महाराज को काफी देर तक मनाने का प्रयास चलता रहा, जिसके बाद यशवीर महाराज  ने शासन प्रशासन का सम्मान करते हुए यात्रा को कुछ दिनों के लिए विराम की घोषणा की और वापस बघरा आश्रम के लिए लौट गए।

इससे पूर्व आज सुबह स्वामी यशवीर महाराज जीआईसी मैदान में समर्थकों सहित एकत्रित हुए और जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से शास्त्रार्थ के लिए दारुल उलूम देवबंद को कूच किया। दिल्ली के रामलीला मैदान में जमियत उलमा ए हिंद अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कुछ दिन पहले बयान दिया था, जिसे स्वामी यशवीर महाराज ने खारिज कर दिया था।

उन्होंने आरोप लगाया कि मौलाना मदनी का कथन षडयंत्र के तहत दिया गया है, जिसे वह चुनौती देते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर टिप्पणी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यशवीर महाराज ने कहा कि मौलाना अरशद मदनी की टिप्पणी सनातन धर्म की मर्यादा के खिलाफ है और पूरी तरह से इतिहास के तथ्यों से विपरीत है।

यशवीर महाराज ने कहा कि पूरा भारत ही नहीं, विश्व जानता है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में मौलाना अरशद मदनी ने सनातन धर्म पर आघात किया। उन्होंने कहा कि जिस पद पर मौलाना अरशद मदनी है, उस पद पर उन्हें ऐसी बाते नहीं करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने षडयंत्र के तहत देवी-देवताओं के विरुद्ध टिप्पणी की। उसी बात को देखते हुए उन्हें शास्त्रार्थ की चुनौती दी गई।

यशवीर महाराज ने कहा कि उनके साथ वेद शास्त्र और ऋषियों के वचन होंगे। उन्होंने कहा कि मौलाना मदनी से कहेंगे कि जो बातें रामलीला मैदान दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कही हैं, उन्हें उनके और अपने धर्म ग्रंथों में दिखाईये। यशवीर महाराज ने कहा कि मौलाना अरशद मदनी से यह भी कहेंगे कि जो बाते कही गई हैं उनके आधार पर देश और विश्व से माफी मांगे।

उन्होंने कहा कि अरशद मदनी से उनका कोई भी व्यक्तिगत मतभेद नहीं। वैदिक धर्म की विचारधारा के आधार पर उनसे शास्त्रार्थ करना है। इस दौरान अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, जिलाध्यक्ष लोकेश सैनी, शिवसेना जिलाध्यक्ष बिट्टू सिखेडा, डा. योगेन्द्र शर्मा, सुभाष चौहान, मृगेन्द्र ब्रहमचारी, आशीष शर्मा, राजेश कश्यप, अरूण चौधरी, मनोज चौहान, गोपी वर्मा, सौरभ राय, ललित अग्रवाल, संजय अरोरा आदि मौजूद रहे।

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