मोरना। शुकतीर्थ में माफिया आधी रात को मुख्य स्नान घाट पर गंगा में मछलियों का शिकार कर हिंदू आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने पर साधु संतों में रोष व्याप्त हो गया। साधु सन्तों द्वारा मछली माफियाओं द्वारा शिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की गयी है।
मत्स्य विभाग ने नवंबर माह में गंगा में 56 हजार मछलियों के बच्चे छोड़े थे। प्रसिद्ध व प्राचीन तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में मुख्य स्नान घाट पर रात के अंधेरे मे गंगा में मछली माफिया मछलियों का शिकार कर रहे हैं, जिसका एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमे आधा दर्जन लकड़ी की नाव में बैठे शिकारी जाल डालकर मछलियों का शिकार कर रहे हैं।
गंगा सेवा समिति के उपमंत्री सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि आधी रात को शिकारी बड़े बड़े जाल डालकर मछलियों को पकड़ते हैं। मछलियों के अलावा जलीय जन्तु कछुए आदि का शिकारी भी हो रहा है। प्रशासन को बार बार शिकायत करने के बावजूद शिकार जारी है।गंगा घाट पर मछलियों के शिकार की वीडियो वायरल होने पर साधु सन्तों में भारी रोष व्याप्त है।
बीते नवंबर माह में मत्स्य विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नाव में बैठकर 56 हजार मछलियों के बच्चे गंगा नदी में गंगा घाट पर प्रवाहित किए थे, किन्तु प्रतिबंध के बावजूद बड़े स्तर पर शिकार होने से मछलियों की संख्या में लगातार कमी प्रतीत हो रही है।
संत महेश गिरी महाराज ने गंगा में मछलियों के शिकार पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि संत समाज मछलियों को आटे की गोलियां खिलाकर पुण्य कार्य करते हैं। शिकारी मछलियों का शिकार कर साधु संतों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं। साधु सन्तों के अनुसार उन्होंने पुलिस प्रशासन व वन विभाग से कई बार शिकायत भी की है, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से मछली माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
वन क्षेत्राधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है जांच कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी देवव्रत वाजपेई ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर विधिक कार्रवाई की जाएगी। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल ने बताया कि पर्यावरण संतुलन के लिए गंगा में मछलियों के बच्चे छोड़े गए थे, अगर गंगा में मछली पकड़ी जा रही है, तो चिंता का विषय है, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों से बात कर मछली का शिकार करने वालों पर कड़ी कार्यवाही कराई जाएगी।