सहारनपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में किसान हितैषी नेता के रूप में शामिल किए गए रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के चलते भाजपा और रालोद को मजबूती मिलेगी। जयंत चौधरी किसानों को उनके अधिकार दिलवाएंगे। यह बात पहली बार चुने गए सांसद और रालोद नेता चंदन चौहान ने आज कही। चंदन चौहान बिजनौर लोकसभा सीट से पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं।
अभी वह मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से रालोद के विधायक थे। चंदन चौहान ने जयंत चौधरी को मंत्रिमंडल में सम्मानजनक स्थान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश किसान बहुल क्षेत्र है जहां भाजपा और रालोद का जनाधार बढ़ने की बहुत संभावनाएं हैं। इस बार के चुनावों में भाजपा सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, रामपुर, मुरादाबाद सीटें नहीं जीत पाई है। वह खुद बिजनौर से निर्वाचित हुए हैं। वह अपनी जिम्मेदारी को ठीक से समझते हैं और इन सभी क्षेत्रों का ध्यान रखेंगे। उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी कुशल प्रशासक साबित होंगे। वह किसानों और ग्रामीणों की समस्याओं को अच्छी तरह से समझते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों की मुख्य फसल गन्ना, गेहूं, बासमती चावल की पैदावार करना है। कई क्षेत्रों में फलों के बड़े बाग भी हैं। गन्ना मूल्य भुगतान किसानों की बड़ी समस्या है।
जयंत चौधरी इस समस्या को प्राथमिकता पर दूर कराने का काम करेंगे। ध्यान रहे भाजपा-रालोद गठबंधन से रालोद के दो सांसद चंदन चौहान और बागपत से राजकुमार सांगवान जीते हैं। जयंत चौधरी राज्यसभा के सदस्य हैं। उत्तर प्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। 80 में से भाजपा के केवल 34 उम्मीदवार सफल हो पाएं हैं। सहयोगी संगठनों के भी छह में से तीन उम्मीदवारों की हार हुई है। ऐसे में जयंत चौधरी की भूमिका और महत्व दोनों बढ़ जाते हैं। जयंत चौधरी के बाबा चौधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान से विभूषित किया है। जयंत चौधरी के पिता चौधरी अजीत सिंह भी तीन बार केंद्र में मंत्री रह चुके हैं।