गाजियाबाद। सिटी फॉरेस्ट के बाद अब गाजियाबाद को बायो डायवर्सिटी पार्क मिलेगा। डायवर्सिटी पार्क बनने का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया। शासन ने पार्क के लिए डीपीआर की मंजूरी दे दी है। नगर निगम करीब 65 एकड़ में बायो डायवर्सिटी पार्क विकसित करेगा। बायो डायवर्सिटी पार्क में बनाए जाने वाले रिसर्च सेंटर में जैव विविधता पर शोध होंगे। महामाया स्टेडियम के पीछे प्रस्तावित बायो डायवर्सिटी पार्क में औषधीय पौधे, मछली और कमल तालाब, नवग्रह वाटिका, छोटा सा रेस्तरां, सेल्फी पाइंट और एक आकर्षक झील भी होगी। लोगों को सैर करने के लिए पैदल और साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे।
जीडीए ने सिटी फॉरेस्ट विकसित किया था
बता दें 2013-14 में करहेड़ा गांव के रकबे में नगर निगम की 175 एकड़ जमीन पर जीडीए ने सिटी फॉरेस्ट विकसित किया था। इसमें नेचर से कम से कम छेड़छाड़ का प्रयास किया गया है। प्रोजेक्ट यहां तक पहुंचने में कई साल लगे। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि नगर निगम की ओर से बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित करने की तैयारी काफी समय से की जा रही थी। लेकिन हर बार किसी न किसी कारण इस प्रोजेक्ट में व्यवधान उत्पन्न हो जाता था। अब शासन से पार्क की विस्तृत प्रोजक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी मिल गई है। जल्द ही इसके टेंडर प्रकिया के पूरी करने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया पार्क का नजारा देखने लायक होगा।
बेहतर कनेक्टिविटी लगाएगी चार चांद
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा गाजियाबाद के पहले बायोडायवर्सिटी पार्क की बड़ी खासियत इसकी लोकेशन होगी। महामाया स्टेडियम के पीछे खाली पड़ी नगर निगम की जमीन पार्क का निर्माण होगा। यहां न्यू लिंक रोड के रास्ते सिद्धार्थ विहार और प्रताप विहार के अलावा एनएच-9 से सीधा पहुंचा जा सकेगा। इतना ही नहीं रेड लाइन दिल्ली मेट्रो से यहां पहुंचने के लिए पास में न्यू बस अड्डा मेट्रो स्टेशन और दूसरी ओर दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस ट्रेन का गाजियाबाद स्टेशन। यानि मेट्रो और आरआरटीएस इस पार्क को सीधे दिल्ली और मेरठ से जोड़ेंगी और लोग मेट्रो या आरआरटीएस से उतरकर बायोडायवर्सिटी पार्क में वॉकिंग डिस्टेंस पर पहुंच सकेंगे। कार या बाइक से आने वालों के लिए न्यू लिंक रोड के नीचे पार्किंग की व्यवस्था होगी। सही मायने में बायोडायवर्सिटी पार्क गाजियाबाद का एक पिकनिक स्पॉट भी बन सकेगा।