नोएडा। नोएडा में पुलिस अधिकारियों के नाम से फर्जी तरीके से घरेलू सहायक व किरायेदारों का वेरिफिकेशन करने वाले तीन जालसाजों को थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जालसाल फर्जी तरीके से पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी और अन्य अधिकारियों की मोहर लगाकर वेरिफिकेशन करते थे, तथा कागजों में कमी बताकर अवैध रूप से धन की उगाही करने में जुटे हुए थे। इनके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में विभिन्न पुलिस अधिकारियों की मोहरे, लैपटॉप और फर्जी दस्तावेज बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम रामबदन सिंह ने बताया कि थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर चलाए जा रहे कर्मचारी व किरायेदार सत्यपान के तहत लोटस जिंग सोसायटी में काम करने वाले कुछ घरेलू सहायक व मैड आदि से पुलिस वेरीफिकेशन के बारे में जानकारी की गई तो पता चला की ग्राम छपरौली में कुछ दुकानदार फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर तथा फर्जी मुहर (प्रभारी वैरिफिकेशन सैल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय जनपद गौतमबुद्धनगर उप्र). मुद्रित कर व फर्जी हस्ताक्षर कर घरेलू सहायक व किरायेदारों का फर्जी पुलिस सत्यापन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना की सहायता से छपरौली गोल चक्कर के पास से रजनीश सिंह चौहान पुत्र राजेन्द्र सिंह चौहान, राहुल चौहान पुत्र बलबीर चौहान तथा अमित कुमार पुत्र ओमपाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों के कब्जे से 3 लैपटॉप, 6 वैरिफिकेशन फार्म की छायाप्रति, 2 वैरिफिकेशन फार्म भरे हुये, एक रबर की मोहर (प्रभारी वैरिफिकेशन सैल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय जनपद गौतमबुद्धनगर (उ0प्र)), 2 स्टैम्प पैड नीली स्याही, 32 किता खाली फार्म पेपर व 2 मोबइल फोन बरामद हुए हैं।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि इनके द्वारा लोटस जिंग सोसायटी सेक्टर-168 में काम करने वाली मैड व किरायेदारों के सत्यपान का काम किया जा रहा था। इनके पास पूर्व से पुलिस की फर्जी मोहर लगे कागज व 50 रुपये बैंक के चालान रसीद की प्रति है। जिस रसीद को एडिट करके फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी पुलिस सत्यापन कर अवैध रूप से धन अर्जित करने का कार्य कर रहें थे।