चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के सवालों के जवाब मंत्री नहीं पढ़ेंगे। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता आगामी सत्र में प्रश्नकाल की अवधि बढ़ाने को लेकर पहले ही संकेत दे चुके हैं। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर ने नए संकेत दिए।
सदन में विधायकगण अपने-अपने हलकों के सवाल उठाए जाते हैं। तारंकित व अतारंकित सवालों के जवाब संबंधित मंत्रियों द्वारा लिखित में दिए जाते हैं। तारंकित सवालों के जवाब लिखित में दिए जाने के बावजूद सदन में इन्हें पढ़ने का भी चलन है, जिसमें समय बर्बाद होता है। पड़ोसी राज्य पंजाब में ऐसी परंपरा नहीं है। वहां सीधे ही मंत्री से पूरक सवाल किए जाते हैं।
इस पर स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि अगर समूचे सदन की सहमति हो तो समय की बचत और प्रश्नकाल के दौरान अधिक सवालों को कवर करने के उद्देश्य से जवाब को पढ़ने की बजाए सीधे पूरक सवालों को ही सदन में उठाया जाए। इस पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने सुझाव दिया कि स्क्रीन पर सवालों के जो जवाब आते हैं, उन्हें लिखित में भी दिया जाए।