पेरिस। पेरिस पैरालंपिक में भारतीय पैरालंपिक शूटर पदक जीते हैं। भारत ने 1984 चरण से एथलेटिक्स में सभी फील्ड स्पर्धा में मिले। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के किसान की बेटी प्रीति ने पैरालंपिक के दूसरे दिन भारत का एथलेटिक्स पदक का खाता खोला। प्रीति ने कहा कि उन्हें अपने पहले ही पैरालंपिक में मेडल जीतने पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं हो रहा है।
भारत की प्रीति पाल ने 14.21 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ ट्रैक इवेंट में पदक जीता। वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय पैरा एथलीट बन गईं। 23 साल की प्रीति ने कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने 100 मीटर दौड़ में भाग लिया था। प्रीति पाल ने कहा, “मुझे अभी तक मेडल आने पर यकीन नहीं हो रहा है। यह मेरा पहला पैरालंपिक था और मुझे इस पर बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा है। यह महिला एथलेटिक्स में पहला मेडल है। मैं इसके लिए सभी के सहयोग का धन्यवाद देती हूं।
खासकर मेरे कोच, मेरे साथी और अपने परिवार को विशेष धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे परिजनों ने मेरे हौसला बनाए रखा।” ज्ञात हो कि, पैरालंपिक खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टोक्यो 2020 में आया था। तब भारत ने 19 मेडल जीते थे।