नई दिल्ली। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने आज केरल के कोच्चि में कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पालतू कुत्तों और बिल्लियों के आयात व निर्यात लिए यहां पर पशु संगरोध सुविधा केंद्र ( एनिमल क्वारंटाइन एंड सर्विस सर्टिफिेकेशन सर्विस सेंटर) का उद्घाटन किया।
इससे पालतू कुत्तों और बिल्लियों के आयात में सुविधा तो होगी ही पालतू जानवरों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को यात्रा करने में आसानी रहेगी। इस मौके पर केंद्रीय
राज्य मंत्री ने पशुधन, मत्स्य उत्पादों और संबंधित गतिविधियों के लिए आयात और निर्यात प्रक्रियाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न पक्षों से सुझाव भी मांगे।
इस पहल के तहत कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 24 घंटे वातानुकूलित पालतू स्टेशन, एक समर्पित कार्गो अनुभाग, ऑन-कॉल पशु चिकित्सक सुविधा, एक सीमा शुल्क निकासी केंद्र और एक पालतू-अनुकूल सुविधा सहित कई सुविधाएं स्थापित की हैं । इससे केरल में पशु और मत्स्य उत्पादों के समग्र आयात और निर्यात प्रक्रिया में सुधार होगा। समारोह के दौरान पशुपालन और डेयरी विभाग की अतिरिक्त सचिव वर्षा जोशी ने नए सुविधा केंद्र ( केंद्र पशु संगरोध सुविधा) संबंध में महारत्न कंपनी
सीआईएएल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस माैके पर सीआईएएल के प्रबंध निदेशक एस सोहास ने कहा कि साझेदारी का उद्देश्य विश्व स्तरीय सेवाएं प्रदान करते हुए पालतू जानवरों के मालिकों और यात्रियों के लिए केरल में जानवरों को लाना आसान बनाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है। मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय 1898 के पशुधन आयात अधिनियम के तहत पशुधन और पशुधन उत्पादों का आयात नियंत्रित होता है। इसे भारत में विदेशों में प्रचलित बीमारियों के प्रवेश को रोकने के लिए 2001 में संशोधित किया गया था। वर्तमान में पालतू जानवरों सहित जीवित जानवरों को छह प्रमुख प्रवेश बिंदुओं के माध्यम से आयात किया जाता है। जिनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद शामिल हैं।