कानपुर। विवादास्पद ‘स्वयंभू बाबा’ संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा ने अब घोषणा की है कि जो भी पत्रकार उनके आश्रम का कवरेज करना चाहता है, उसे उनसे मान्यता लेनी होगी। इसके लिए धर्मगुरु ने दो पेज का फॉर्म जारी किया है।
करौली बाबा का आश्रम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कवरेज के लिए पत्रकारों को जारी होने वाले सरकारी कार्ड के समान मान्यता देना चाहता है।
नोएडा के डॉक्टर सिद्धार्थ ने सोमवार को उन पर और उनके समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद स्वयंभू धर्मगुरु संकट में पड़ गए थे। एफआईआर दर्ज होने के बाद से 22 फरवरी, 2023 को डॉक्टर और बाबा के बीच बातचीत का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच टीम करौली बाबा को नोटिस जारी कर बयान दर्ज करने की तैयारी में है। आप भी देखें आश्रम की वायरल वीडियो…
डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल ने कहा, आश्रम से घटना वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज हासिल करने का भी प्रयास किया जा रहा है। हम आरोपों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करेंगे। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, हम शिकायतकर्ता की मेडिकल रिपोर्ट को मामले का हिस्सा बनाएंगे। अगर मेडिकल रिपोर्ट निजी है, तो कानूनी राय ली जाएगी और जांच में शामिल किया जाएगा। डॉक्टर और उसके परिवार के बयान दर्ज किए जाएंगे। यदि वह कानपुर नहीं आते है, जांचकर्ता उनका बयान दर्ज करने के लिए नोएडा जाएंगे। जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।