नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी की सहायक कंपनी एनटीपीसी ग्रीन का 10 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया। हालांकि ग्रे मार्केट में इस शेयर को लेकर ज्यादा उत्साह नजर नहीं आ रहा है। आज ग्रे मार्केट में इस आईपीओ के अपर प्राइस बैंड पर 0.70 रुपये का प्रीमियम मिल रहा है।
मुजफ्फरनगर में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी का भव्य रोड शो, गठबंधन प्रत्याशी के लिए मांगे वोट
एनटीपीसी ग्रीन का 10 हजार करोड़ रुपये का ये आईपीओ इस साल लॉन्च होने वाला तीसरा सबसे बड़ा इश्यू है। इसके पहले हुंडई मोटर में भारतीय स्टॉक मार्केट के इतिहास का सबसे बड़ा 27,870 करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च किया था, जबकि ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी 11,300 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू लेकर आई थी। एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ में 22 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है।
असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश और भाजपा पर बोला हमला,कहा-सपा हार मान चुकी, अब जयंत को हराना है
आईपीओ के तहत 102 से 108 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 138 शेयर का है। इस आईपीओ का 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व है, जबकि 15 प्रतिशत नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व किया गया है। 22 नवंबर को क्लोजिंग होने के बाद 25 नवंबर को शेयरों का एलॉटमेंट किया जाएगा, जबकि 27 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर इसकी लिस्टिंग होगी।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 92,59,25,926 नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें 200 करोड़ रुपये के शेयर कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व किए गए हैं, जबकि 1,000 करोड़ रुपये के शेयर एनटीपीसी के मौजूदा शेयर होल्डर्स के लिए रिजर्व है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों में से 7,500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल एनटीपीसी ग्रीन की सब्सिडियरी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी के कर्ज भार को काम करने में किया जाएगा, जबकि शेष 2,500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों में किया जाएगा।
आईपीओ की लॉन्चिंग के बाद आज ग्रे मार्केट ने इस इश्यू का फीका स्वागत किया है। आज सिर्फ 70 पैसे के प्रीमियम पर इस शेयर का कारोबार हो रहा है। लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों के लिए इस कंपनी में निवेश करना लॉन्ग टर्म में फायदेमंद हो सकता है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 2025 में इसकी ऑपरेशनल कैपेसिटी मौजूदा 3.3 गीगावॉट से बढ़ कर 6 गीगावॉट हो जाएगी। इसी तरह 2026 में ऑपरेशनल कैपेसिटी 11 गीगावॉट और 2027 में 19 गीगावॉट के स्तर पर पहुंच जाएगी। ग्रीन एनर्जी को पूरी दुनिया में बढ़ावा दिया जा रहा है।
खासकर, केंद्र की मौजूदा सरकार ग्रीन एनर्जी को हर तरह का सपोर्ट दे रही है। इसलिए आने वाले दिनों में कंपनी का भविष्य बेहतर नजर आ रहा है। इसीलिए निवेदक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लानिंग के तहत एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के आईपीओ में निवेश करने की योजना बना सकते हैं। हालांकि किसी भी निवेशक को अपनी निवेश योजना को अंतिम रूप देने के पहले अपने निवेश सलाहकार से जरूर विचार-विमर्श करना चाहिए।