नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान ने सियासी गलियारों में नया विवाद खड़ा कर दिया है। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित एक सभा में खरगे ने खुद की तुलना 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक से करते हुए कहा, “मैं हिंदू हूं। मेरा नाम मल्लिकार्जुन खरगे है। 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक लिंग मैं हूं। मेरे पिता ने मेरा ऐसा नाम रखा है।”
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खरगे के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखा विरोध जताया है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो जारी कर इसे हिंदू आस्था का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा, “हिंदू आस्था का अपमान करना कांग्रेस पार्टी की पुरानी आदत है। पहले कांग्रेस ने श्री राम का अपमान किया था। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह को कांग्रेस ने नाच-गाना बताया था। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भगवान शिव का अपमान करते हुए खुद को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बताया है।”
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पूनावाला ने खरगे के बयान को करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या कांग्रेस किसी अन्य धर्म से जुड़ी ऐसी टिप्पणी करने की हिम्मत कर सकती है? यह वोट बैंक की राजनीति है, जिसमें कांग्रेस हिंदू समाज की आस्था को बार-बार अपमानित कर रही है।”
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हालांकि, कांग्रेस की ओर से इस बयान पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, खरगे का बयान उनके नाम और उसके धार्मिक संदर्भ को लेकर था, न कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए।
यह विवाद आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर धार्मिक और राजनीतिक ध्रुवीकरण को और बढ़ा सकता है। बीजेपी ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाने का संकेत दिया है, वहीं कांग्रेस इसे स्पष्टीकरण देकर शांत करने की कोशिश कर सकती है।
सोशल मीडिया पर भी इस बयान को लेकर तीखी बहस छिड़ी हुई है। जहां कुछ लोग इसे धार्मिक भावनाओं का अपमान बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे बीजेपी की ओवर-रिएक्शन कह रहे हैं।