प्रयागराज- राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल अपहरण के मामले में अदालत में पेशी के लिये माफिया अतीक अहमद को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अहमदाबाद जेल से सोमवार करीब पांच बजे प्रयागराज के नैनी सेन्ट्रल जेल लाया गया।
अतीक को मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जायेगा। पुलिस की कड़ी निगरानी में अतीक के काफिले को दूसरे गेट से अन्दर प्रवेश कराया गया। जेल पूरी छावनी में तब्दील हो चुकी है। मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए जेल के मुख्य द्वार पर बैरिकेडिंग की गयी । मीडिया को गुमराह कर पिछले दरवाजे से दाखिल कराया गया है। अहमदाबाद जेल से लगभग 23 घंटे का सफर अतीक का दहशत के साये में कटा, उसे और उसके समर्थकों को रास्ते में गाडी पलटने की आशंका बनी हुई थी।
जेल सूत्रों ने बताया कि अतीक को जिस हाई सेक्यूरिटी सेल में रखा जाएगा वहां सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा उसके बैरक के बाहर जिन सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा, उनकी पहले ही कुंडली खंगाल ली गयी है कि अतीक से कहीं कोई संबंध तो नहीं है।
अतीक का बेटा अली अहमद भी इसी जेल में बंद है। जेल प्रशासन द्वारा उसके बैरक को बदल दिया गया है। हालांकि अली को भी हाईसेक्यूरिटी सेल में रखा गया है। बरेली जेल से अशरफ को भी पुलिस की कड़ी सुरक्षा में नैनी जेल लाया गया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के तत्कालीन विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हुई हत्या के मामले में उमेश पाल को गवाही नहीं देने के लिए कई बार धमकी दी गई थी । 28 फरवरी, 2006 को उसका अपहरण करा लिया गया था। उसी मामले में मंगलवार को दोनो भाइयों को कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां एमपी/एमएलए कोर्ट से फैसला सुनाया जाएगा।
गौरतलब है कि अतीक अहमद पर करीब 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। लेकिन अभी तक के मामलों में कल पहली बार उसके खिलाफ उमेश अपहरण के मामले में फैसला सुनाया जाएगा। अतीक अहमद जून 2019 से अहमदाबाद के साबरमती सेन्ट्रल जेल में बंद है जबकि अशरफ जुलाई 2020 से बरेली जेल में बंद है। प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को उमेशपाल की हत्या कर दी गई। हत्याकांड के मामले में पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, पुत्र असद, अली, उमर, शूटर, गुलाम, साबिर, मुस्लिम गुड्डू आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।