शंभू बॉर्डर। किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के दौरान किसी मीडियाकर्मी को चोट न आ जाए। इसके लिए पुलिस की तरफ से सभी मीडियाकर्मियों को एकत्रित करके विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा, “मैं सभी मीडियाकर्मियों से यही कहना चाहूंगा कि आप लोग कवरेज कीजिए। आपको कवरेज करने से कोई नहीं रोकेगा। लेकिन, अपनी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें, ताकि किसी मीडियाकर्मी को चोट न आए, इसलिए हमने सभी मीडियाकर्मियों को एकत्रित करके उन्हें सुरक्षा के संबंध में ब्रीफ किया था।”
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उन्होंने कहा, “कल (शनिवार) इस संबंध में डीपीआर भी लिखा गया था। जिसमें सभी मीडियाकर्मियों से अपील की गई थी कि वो सावधानीपूर्वक कवरेज करें। कवरेज के दौरान अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि परसों जब किसानों की तरफ से पहला मार्च निकाला गया था, तो उसमें तीन मीडियाकर्मी जख्मी हो गए थे, इसलिए हम नहीं चाहते हैं कि अब किसानों के मार्च के दौरान किसी भी मीडियाकर्मी को कोई चोट पहुंचे।” उन्होंने आगे कहा, “हमने सभी मीडियाकर्मियों से आग्रह किया है कि वो सेफ डिस्टेंस में रहकर ही किसी भी घटना की कवरेज करें।” पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर फरवरी से ही प्रदर्शनरत हैं और दिल्ली आना चाहते हैं।
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लेकिन, उन्हें दिल्ली नहीं आने दिया जा रहा है। इससे पहले छह दिसंबर को उन्होंने दिल्ली आने का प्रयास किया था लेकिन, आंसू गैस छोड़ते हुए उन्हें रोक दिया गया था। शंभु बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा था कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने केंद्र सरकार के साथ किसी प्रकार का गठजोड़ किया है, जिसे देखते हुए किसानों को दिल्ली आने से रोका जा रहा है। उनके मुताबिक किसान संगठन ने शनिवार को केंद्र सरकार से बातचीत करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन, उन्हें किसी भी प्रकार का न्योता नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली मार्च का ऐलान किया।