देवभूमि द्वारका। देवभूमि द्वारका जिले में सरकारी जन्म रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर यूके के पोर्टुगीज का वीजा हासिल करने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मामले में पटवारी कम मंत्री समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की गई है। पटवारी जन्म प्रमाण पत्र में उम्र कम करता था। मामले में पटवारी हार्दिक रावलिया को निलंबित कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में हार्दिक रावलिया, दिलीप मोढवाडिया, आशीष ओडेदरा, रायदे राणा ओडेदरा, प्रतीक पटेल, निहल टंडेल, भावेश, रितेश शाह, पिनाकिन राणा के नाम शामिल है।
पुलिस के अनुसार यूके जाने को इच्छुक लोगों को आरोपित फर्जी दस्तावेज बना कर देते थे। आरोपित नया आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि के जरिए नया पहचान देकर वीजा दिलाने का प्रयास करते थे। आरोपित दस्तावेजों में यूके के लोगों के साथ नए संबंध बना देते थे। मामले के अनुसार देवभूमि द्वारका जिले के सरकारी कागजातों में जन्म रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ किया जाता था, वहीं वास्तविक इंट्री को नष्ट कर दिया जाता था। फर्जी इंट्री के आधार पर ग्राम पंचायत के वेब पोर्टल पर गलत जन्म प्रमाण पत्र बनाकर भारतीय पासपोर्ट के आधार पर यूके के पोर्टुगीज का वीजा प्राप्त करने की कोशिश करते थे।
इसके लिए वे यूके जाने वाले व्यक्तियों की तलाश करते थे। ऐसे व्यक्ति मिलने पर पोर्टुगीज नागरिकता वाले व्यक्ति के साथ सम्पर्क कर वित्तीय लेनदेन कर उनके डॉक्यूमेंट का उपयोग किया जाता था। पोर्टुगीज के व्यक्ति को भारतीय आवेदक का अभिभावक के तौर पर बताया जाता था। जन्म प्रमाण पत्र के साथ छेड़छाड़ कर 21 वर्ष से कम किया जाता था, जिससे वीजा मिलने में आसानी हो। यह सारा काम गुजरात के वलसाड, दमण और सूरत के एजेंट के जरिए किया जाता था। देवभूमि द्वारका के पुलिस अधीक्षक नितेश पांडेय ने बताया कि दमण दीव गोवा के कई लोग यूके में स्थाई हो चुके हैं, इनके पास पोर्टुगीज का पासपोर्ट और नागरिकता है। आरोपित इनके साथ सम्पर्क कर द्वारका और पोरबंदर के लोगों के साथ पारिवारिक सम्पर्क स्थापित करते थे। इसके लिए गलत जन्म का प्रमाण पत्र समेत अन्य फर्जी दस्तावेज के आधार पर मामले को अंजाम देते थे।