शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में तैनात एक दरोगा की रिश्वतखोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे पुलिस विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मादक पदार्थों से जुड़े एक मामले में सौदेबाजी की वायरल ऑडियो क्लिप ने प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है।
वायरल ऑडियो में दरोगा वीरेंद्र सिंह और सिपाही नरेश कुमार के बीच हुई बातचीत से यह खुलासा हुआ है कि कैसे एक अभियुक्त को पकड़ने के बाद उस पर नशे का माल लगाने की साजिश रची गई। ऑडियो के अनुसार, दरोगा ने एक अभियुक्त से 20 हजार रुपये की रिश्वत ली और फिर उसी पैसे से चरस खरीदकर उस पर 200 ग्राम मादक पदार्थ रखने का झूठा आरोप लगा दिया।
व्हाट्सएप कॉल से हुई बातचीत का खुलासा
बताया जा रहा है कि दरोगा और एक दलाल के बीच यह सौदेबाजी व्हाट्सएप कॉल के जरिए हुई, जिसकी रिकॉर्डिंग अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि किस तरह दरोगा ने न सिर्फ रिश्वत ली, बल्कि वादा खिलाफी करते हुए अभियुक्त को ज़्यादा मात्रा में चरस के साथ जेल भेज दिया।
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स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस कृत्य को पुलिस विभाग की साख पर बड़ा हमला करार दिया है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से आम जनता का कानून और व्यवस्था से भरोसा उठता जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी लोग दरोगा वीरेंद्र सिंह और सिपाही नरेश कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।