सहारनपुर- फरार खनन माफिया से साज करके करोड़ों की सम्पत्ति हड़पने के मामले में एक पुलिस इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। डीआईजी अजय कुमार साहनी द्वारा यह कार्रवाई की गई है। इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उन्होंने फरार खनन माफिया और पूर्व विधायक हाजी इकबाल की बेनामी संपत्ति अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी थी। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर दोषी पाए गए, जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
कादिर राना के बेटे शाह मोहम्मद राना की जमानत कोर्ट ने की खारिज
डीआईजी अजय साहनी ने बताया कि माफिया हाजी इकबाल लंबे समय से फरार चल रहा है और उसकी बेनामी संपत्ति थाना मिर्जापुर के मिर्जापुर पोल क्षेत्र में स्थित थी। संपत्ति की अनुमानित कीमत लगभग 91.40 लाख रुपये बताई जा रही है। इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने मिर्जापुर में तैनाती के दौरान इकबाल बाला से सांठगांठ करके उसकी बेनामी सम्पत्ति बिना किसी शासकीय और विभागीय स्वीकृति के अपनी पत्नी के नाम बैनामा करा ली थी।
मुजफ्फरनगर में संगीत सोम का बड़ा बयान,बोले- “वक्फ बोर्ड माफियाओं और आतंकवादियों का गिरोह”
जिसकी शिकायत मिलने पर जांच कराई गयी तो शिकायत सही पायी गई जिसके बाद इंस्पेक्टर नरेश कुमार को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। नरेश कुमार के अलावा, अन्य पुलिस कर्मियों के इस मामले में शामिल होने की आशंका जताई जा रही है और उनकी जांच के बाद जो अन्य भी दोषी होगा ,उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी की इस कार्यवाही से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।