हाथरस। उत्तर प्रदेश में हाथरस के सासनी कोतवाली क्षेत्र के सांदलपुर गांव में कृषि विभाग ने पुलिस को साथ लेकर खाद बनाने की अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा। जिस समय ये कार्रवाई की गई उस दौरान करीब तीन ट्रकों में माल बिना मार्का के कट्टों में भरकर भेजने की तैयारी की जा रही थी। टीम के पहुंचते ही मौके पर भगदड़ मच गई। अधिकारियों के अनुसार, मशीनें व करीब दो हजार कट्टे डीएपी, यूरिया और पोटाश के बरामद किए गए हैं।
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फैक्ट्री में खुले में डीएपी पड़ा हुआ था। लगभग 400 कट्टे डीएपी के पैक हो चुके थे। ट्रकों में भी डीएपी लदा हुआ था। एक तरफ यूरिया का पाउडर बनाया जा रहा था। यूरिया पाउडर बनाने के लिए मशीनें लगी हुई थीं। विभाग की टीम ने यूरिया, डीएपी और पोटाश के करीब दो हजार कट्टों को पांच ट्रकों में भरवा लिया। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्री संचालकों के पास न तो स्टोरेज और ना ही उत्पादन संबंधी लाइसेंस है।
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जिला कृषि अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि हमें गोपनीय सूचना मिली थी कि सासनी कोतवाली क्षेत्र के सांदलपुर गांव में गंदे नाले के पास एक फैक्ट्री में उर्वरक का अवैध कारोबार हो रहा है। हमने पुलिस के साथ मिलकर टीम बनाकर छापेमारी की। हमें मौके पर लगभग दो हजार कट्टे डीएपी, यूरिया और एमओपी के मिले हैं। सभी माल को हमने जब्त कर लिया है। माल का आकलन किया जा रहा है। इसकी कीमत लगभग तीस लाख रुपये है।
इस मामले में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर फैक्ट्री संचालक मौजूद नहीं मिले हैं। माल को रुहेरी के राजकीय गोदाम में अपनी सुपुर्दगी में रख लिया है। यहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि अनुज भार्गव नाम के व्यक्ति की यह फैक्ट्री है। कट्टों को राजस्थान में केमिकल फैक्ट्रियों में सप्लाई किए जाने की बात सामने आ रही है। फिलहाल, जांच की जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।