गाजियाबाद। निजीकरण के खिलाफ आंदोलरत विद्युत कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस दौरान विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष के बयान पर नाराजगी व्यक्त की गई। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर निजीकरण के विरोध में आंदोलन चल रहा है।
इसी क्रम में रविवार को आरडीसी-राजनगर में मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर सभा की गई। सभा में वक्ताओं ने कहा कि विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष द्वारा भविष्य की लाइसेंसी के रूप में निजी कंपनियों का उल्लेख करना पूर्णतया अनावश्यक और अवांछनीय है। निजीकरण हुए बिना निजी कंपनी को भविष्य की लाइसेंसी लिखना एक भडक़ाने वाला कदम है। नियामक आयोग के अध्यक्ष ने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन रहते समय निजीकरण न करने का समझौता किया था।
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समझौते में कहा गया था कि विद्युत वितरण के मौजूदा ढांचे में व्यवस्था में सुधार का कार्य किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि अगले सप्ताह सभी कर्मचारी प्रतिदिन काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इस अवसर पर संघर्ष समिति के जिला संयोजक शेर सिंह त्यागी, आलोक त्रिपाठी, अरशद अली, योगेंद्र कुमार, अरविंद सूर्या, अभिमन्यु, अरुण नागर, ललित कुमार, पंकज भारद्वाज, वाहिद अली, राज सिंह, विजय शर्मा एवं धीरज त्यागी आदि मौजूद रहे।