मेरठ। मेरठ विकास प्राधिकरण यानी मेडा में अब कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। सुबह आकर दिनभर अपने काम से बाहर रहने वाले कर्मचारियों की भी अब लोकेशन ली जाएगी। साथ ही अब कर्मचारियों को छुट्टी के लिए उपाध्यक्ष और सचिव से अनुमति लेनी पड़ेगी।
मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। सुबह 10.30 बजे उपस्थिति महज 35 फीसदी ही मिली। सबसे ज्यादा अनुपस्थिति प्रवर्तन और नियोजन विभाग में मिले। पूछने पर खुलासा हुआ कि कर्मचारी अक्सर देरी से आते हैं। सुबह हाजिरी लगाकर निजी काम से निकल जाते हैं। जब पूछताछ होती है तो खुद को साइट पर बता दिया जाता है। वहीं कुछ कर्मचारी तो साथी कर्मचारियों द्वारा छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र भेज देते हैं।
उपाध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जताई। ऐसे ही अवर अभियंता से ऊपरी स्तर तक के अधिकारियों के अवकाश वह स्वयं स्वीकृत करेंगे। वहीं ऐसे कर्मचारी जो सुबह आकर फील्ड का बहाना बनाकर निकल जाते हैं। इन सभी का डाटा तैयार कराया जा रहा है। दिन में जोनल अधिकारी वीडियो कॉल करके उनसे लोकेशन लिया करेंगे।