मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के मीरापुर कड़वे गांव में एक लंबे समय से बंद पड़े मंदिर में फिर से पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में सैकड़ों क्षेत्रवासियों की उपस्थिति में मंदिर में हवन-पूजन और जीर्णोद्धार कार्य किया गया।
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मीरापुर कस्बे में स्थित 600 वर्ष पुराने मराठा कालीन शिव मंदिर को स्वामी यशवीर महाराज ने हवन-पूजन कर जागृत किया। इस मंदिर में 35 वर्षों से पूजा-अर्चना बंद थी। अब इसे फिर से भक्तों के लिए खोल दिया गया है।
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यह स्थान पहले “ब्राह्मण गढ़ी” के नाम से जाना जाता था, जहां ब्राह्मण समाज के लोग निवास करते थे। लेकिन मुलायम सिंह यादव सरकार के दौरान मुस्लिम समुदाय की संख्या में वृद्धि हुई, जिससे हिंदू समुदाय को मजबूरन पलायन करना पड़ा। आरोप है कि मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया गया है।
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स्वामी यशवीर महाराज ने जिला प्रशासन से अपील की है कि मंदिर की कब्जाई गई जमीन के सभी बैनामों की जांच कराई जाए। यदि कोई फर्जी बैनामा पाया जाता है, तो वह जमीन ब्राह्मण समाज को वापस सौंपी जाए। 18 फरवरी को मीरापुर में एक चिंतन बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मंदिर जीर्णोद्धार के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी मंदिर के पुनर्निर्माण और व्यवस्था की जिम्मेदारी उठाएगी।