मेरठ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य वृद्धि नहीं करने के फैसले से जहां किसानों में आक्रोश है। वहीं किसान संगठन भी आंदोलन के मूड में दिखाई दे रहे हैं। जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष भारती ने कहा कि दो साल बाद भी गन्ना मूल्य में कोई वृद्धि नहीं हुई है। किसान अब कर्ज में डूबेगा, आर्थिक रूप से परेशान होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। सरकार ने गलत किया।
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उन्होंने कहा कि महंगाई और उत्पादन लागत लगातार बढ़ रही है। लेकिन किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। इससे न केवल किसान कर्ज़ में डूब रहे हैं, बल्कि गाँवों की पूरी अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। सरकार की यह नीति किसानों के साथ अन्याय है।
जय किसान आंदोलन सरकार से मांग करता है कि गन्ने के राज्य परामर्शित मूल्य (SAP) में तुरंत वृद्धि की जाए और किसानों को उनकी उपज का न्यायसंगत मूल्य दिलाने के लिए ठोस नीतियां बनाई जाएं। अगर सरकार ने इस विषय पर उचित कदम नहीं उठाए तो जय किसान आंदोलन किसानों के साथ मिलकर व्यापक आंदोलन करेगा।