लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में चरथावल के सपा विधायक पंकज मलिक ने लगातार दूसरे वर्ष गन्ने के मूल्य में वृद्धि न किए जाने को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने सवाल उठाया कि जब महंगाई लगातार बढ़ रही है, तो सरकार ने किसानों के गन्ने का मूल्य क्यों नहीं बढ़ाया? उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या वह इस महंगाई को नजरअंदाज कर रही है या फिर सरकार की नजर में महंगाई बढ़ी ही नहीं?
विधायक मलिक ने कहा कि किसान लंबे समय से गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने सरकार से सीधा सवाल किया कि जब डीजल, बिजली, खाद, बीज और श्रम लागत सब कुछ महंगा हो चुका है, तो किसान अपने गन्ने की पुरानी कीमत पर बेचकर कैसे गुजारा कर पाएंगे?
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उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार केवल कागजों पर किसानों के हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन हकीकत यह है कि सरकार की नीतियां पूरी तरह से किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है और गन्ना भुगतान में भी देरी की जा रही है।
विधानसभा में इस मुद्दे पर सरकार की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। हालांकि, सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने कहा कि गन्ना किसानों की भलाई के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और समय आने पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
लेकिन पंकज मलिक ने सरका कहा कि “किसान कोई दान या कृपा नहीं चाहता, वह अपने हक का दाम चाहता है। सरकार को किसानों के हित में तत्काल गन्ने के मूल्य में वृद्धि करनी चाहिए।”