नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को उपराज्यपाल के अभिभाषण के बीच गतिरोध पैदा करने के आरोप में आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। बताया गया है कि यह निलंबन दो हिस्सों में किया गया।
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दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विपक्ष की नेता आतिशी सहित गोपाल राय और अन्य 12 विधायकों को एक दिन के लिए एलजी के संबोधन के दौरान नारेबाजी करने पर सदन से बाहर कर दिया। इसमें वीर सिंह धिंगान, मुकेश अहलावत, चौधरी जुबैर अहमद, अनिल झा, विशेष रवि और जरनैल सिंह व अन्य शामिल हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल के अपना अभिभाषण शुरू करते ही विपक्षी आम आदमी पार्टी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। वे जय भीम के नारे लगा रहे थे। इसके बाद अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने मार्शल बुलाकर हंगामा करने वाले विधायकों को बाहर करने के निर्देश दिए।
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दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीएजी रिपोर्ट सदन के पटल पर रख दी गई है और सदस्य इस पर चर्चा चाहते हैं, जो 27 फरवरी को जारी रहेगी और फिर इसे आगे की कार्रवाई के लिए लोक लेखा समिति को भेजा जाएगा। सीएजी रिपोर्ट के अन्य खंड भी भविष्य में सदन के पटल पर रखे जाएंगे।
सदन में हुए हंगामे के बाद आआपा विधायकों के निलंबन पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने एलजी के अभिभाषण के दौरान बहुत ही असंवैधानिक तरीके से व्यवहार किया। सदन की गरिमा बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है। उनका (आआपा के सदस्यों का) व्यवहार निंदनीय है। इसलिए उनका निलंबन तीन बैठकों ( 25, 27 और 28 फरवरी) तक वैध है।
निलंबित आआपा विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में अंबेडकर की तस्वीर के साथ विरोध प्रदर्शन किया और “जय भीम” के नारे लगाए।