नोएडा। एनसीआर के नामी बिल्डर ( अंतरिक्ष) के घर में डकैती डालने वाले दो बदमाशों को नोएडा पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की, तथा आज न्यायालय में पेश किया है। इनके कई साथी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। दिल्ली पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था।
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नोएडा में बीते शनिवार को एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक राकेश यादव के घर में आधा दर्जन लोगों ने डाका डालकर निदेशक की पत्नी सुमन यादव को जान से मारने की धमकी देकर बंधक बनाया और लाखों रुपये की नकदी, सोने के गहने और प्रॉपर्टी के कागजात लूट कर फरार हो गए थे। वारदात करने से पहले गैंग ने अपने एक साथी को घर में रसोइयां बनाकर भेजा था। जिसने परिवार की पूरी आवाजाही को देखकर अपने साथियों को डकैती डालने का टाइम बताया था। वारदात के मास्टरमाइंड को उसके साथी के साथ दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान बिहार मधुबनी के रहने वाले राजेश राय और शाहबाद डेयरी के परवीन उर्फ सोनू उर्फ मोटा के रूप में हुई है। जिनके पास से चार लाख 70 हजार रुपये बरामद हुआ है।
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते शनिवार को थाना सेक्टर-58 पुलिस को एक घर में डाका डालने की पीसीआर कॉल मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि घर एक प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक का है। वारदात के वक्त उनकी पत्नी ही घर में मौजूद थी। आरोपी उन्हें बंधक बनाकर घर से लाखो रुपये नकद, गहने और महत्वपूर्ण संपत्ति के दस्तावेज लूटकर उनकी ही फॉर्च्यूनर कार में फरार हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज किया। कार में जीपीएस लगने के कारण कार का पीछा किया। कार लावारिस हालत में नोएडा इलाके में ही खड़ी मिली।
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पुलिस उपायुक्त रामबदन सिंह ने बताया कि दिल्ली की अपराध शाखा ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लाखों रुपए के नकदी और अन्य सामान बरामद हुआ है। उन्हें बताया कि दोनों आरोपियों को नोएडा पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ की तथा आज कोर्ट में पेश किया। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि इस घटना में देवेंद्र, अमित, रमन आदि भी शामिल है। उन्होंने बताया कि देवेंद्र पीड़ित के घर में नौकर बनकर गया था।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ये लोग मुंबई, दिल्ली समेत कई शहरों में इस तरह की वारदातें कर चुके हैं। यह लोग अपने बिहार प्रांत के रहने वाले लोगों से फोन पर बातचीत करते हैं तथा कहते हैं कि अगर तुम्हारी नजर में कोई काम हो तो बताओ। ये लोग घरेलू काम करने के बहाने घर में प्रवेश करते हैं, तथा घर की सारी गतिविधियों का पता लगाने के बाद घटना को अंजाम देते हैं। उन्होंने बताया कि फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस की कई टीम में लगाई गई है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि पूछताछ करने पर आरोपियों से पता चला कि वह और अमित मास्टरमाइंड थे। वे कई हफ्तों से डकैती की योजना बना रहे थे और उनकी रणनीति में देवेंद्र को राहुल के झूठे नाम से रसोइया बनाकर पीडित के घर में घुसपैठ करना शामिल था। गिरोह के कुछ सदस्य मधुबनी और चंपारण, बिहार से हैं। रसोइया देवेंद्र की मदद से पीडित के घर के अंदर आसानी से प्रवेश करने के बाद राजेश और अमित ने पीड़िता को बंधक बना लिया था।