नई दिल्ली। मेडागास्कर की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जस्टिन टोकेली के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल भारत दौरे पर आया, जिसे मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही का अवलोकन करने का अवसर मिला। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य सांसदों ने शिष्टमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता आयोजित की गई।
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बैठक के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संसदीय समितियों की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भारत और मेडागास्कर के मजबूत ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित किया, जिनकी जड़ें व्यापार, संस्कृति और आपसी संपर्क के सैकड़ों वर्षों के इतिहास में गहराई से जुड़ी हैं। बिरला ने कहा कि मेडागास्कर, हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण भागीदार है और दोनों देशों की साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सहायक है।
लोकसभा अध्यक्ष ने “SAGAR” (Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण को प्राथमिकता देते हुए बताया कि भारत हमेशा हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आपदा के समय भारत अपने पड़ोसी देशों की मदद करने में अग्रणी रहा है और “वसुधैव कुटुंबकम” (संपूर्ण विश्व एक परिवार) के सिद्धांत का पालन करता है।
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इस बैठक के दौरान बिरला ने लोक सभा के प्रशिक्षण संगठन PRIDE (Parliamentary Research and Training Institute for Democracies) की क्षमताओं पर प्रकाश डाला और मेडागास्कर के सांसदों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पेशकश की। उन्होंने कहा कि यह पहल दोनों देशों के संसदीय संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करेगी और मेडागास्कर के सांसदों को संसदीय प्रक्रियाओं और शासन व्यवस्था को बेहतर ढंग से समझने में सहायता करेगी।