मेरठ। राष्ट्रीय लोकदल ने 2 अप्रैल 2018 को हुए दंगे में दलित समाज के लोगों पर झूठें मुकदमों को वापस लेने की मांग की है। उत्तर प्रदेश सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने इसको लेकर आज मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र देकर मुकदमों को वापस कराने की मांग की।
राष्ट्रीय लोकदल (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) के प्रदेश महासचिव एवं पार्टी प्रवक्ता आतिर रिजवी ने इस बारे में जानकारी देते हुए मेरठ में बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री तथा राष्ट्रीय लोकदल के पुरकाज़ी विधायक अनिल कुमार ने राष्ट्रीय लोकदल राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री भारत सरकार चौधरी जयंत सिंह के आदेश पर आज लखनऊ में विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और 2018 में दलित आंदोलन में दर्ज़ हुए मुक़दमे चौधरी जयंत सिंह द्वारा मुख्य रूप से अनिल कुमार को उठाने के लिए कहा गया।
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प्रवक्ता के अनुसार उसी परिपेक्ष में आज प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने 2 अप्रैल 2018 को दलित समाज के जन आंदोलन में दलित समाज के व्यक्तियों पर पंजीकृत मुकदमों को सरकार के द्वारा वापस लिए जाने को लेकर वार्ता की और कहा कि पूरे प्रदेश में दलित समाज पर अलग-अलग जनपद में मुक़दमे दर्ज हुए और आज तक दलित समाज के लोग उन मुक़दमो की वजह से परेशानी झेल रहे हैं, प्रदेश भर में कुल 263 मुकदमे दर्ज हुए थे। जिसकी प्रत्येक जनपद से जानकारी मांग कर आज माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष अनिल कुमार ने बात रखी और सभी मुक़दमों को वापस लेने का आग्रह किया।
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जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आश्वासन दिया कि ऐसे मुक़दमे जल्द से जल्द वापस होंगे और दलित समाज के लोगों को हो रही परेशानी से निजात मिलेगी। प्रवक्ता के अनुसार 2018 में हुए दलित आंदोलन में अकेले मेरठ में लगभग 100 मुक़दमे दर्ज़ हुए और मुज़फ्फरनगर से लगभग 43 मुक़दमे दर्ज हुए और पूरे प्रदेश में 263 मुक़दमे दर्ज़ हुए आज अनिल कुमार की मुख़्यमंत्री जी से मुलाक़ात से सभी को निजात मिलने की उम्मीद है।