मुज़फ्फरनगर। क्रांति सेना महिला मोर्चा ने मंगवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने प्राइवेट स्कूलों पर अभिभावकों के शोषण का गंभीर आरोप लगाया।
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प्रदेश अध्यक्ष अलका शर्मा ने बताया कि प्राइवेट स्कूल पब्लिकेशन कंपनियों से 60% तक कमीशन लेकर अभिभावकों को महंगी किताबें खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इसके अलावा अभिभावकों पर पाठ्यक्रम और यूनिफॉर्म एक तय दुकान से लेने का दबाव डाला जाता है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि स्कूल प्रशासन हर कक्षा में प्रमोशन के बाद छात्रों से फिर से एडमिशन फीस वसूलते हैं, जो नियमों के खिलाफ है। वहीं, शिक्षकों के वेतन को लेकर भी बड़ा खुलासा किया गया—स्कूल शिक्षक से 18 से 20 हजार रुपये वेतन की रिसीविंग लेते हैं लेकिन उन्हें महज 5 से 7 हजार रुपये ही भुगतान करते हैं।
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महिला मोर्चा ने मांग की कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारा जाए और उन्हें आधुनिक सुविधाओं और तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जाए, ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।