शामली। शामली में नगर निकाय की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। नगर के दो सभासदों, निशीकांत संगल और अनिल उपाध्याय ने सीओ सिटी को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए चेयरमैन अरविंद संगल के खिलाफ वायरल हुए कथित अश्लील वीडियो और व्हाट्सएप चैट मामले में जांच की मांग की है।
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सभासदों का कहना है कि 11 मार्च को सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 (RTI) के तहत एक पंजीकृत आवेदन देकर संबंधित जानकारी मांगी गई थी, जिसका उत्तर उन्हें 21 अप्रैल को प्राप्त हुआ। इस उत्तर में चेयरमैन अरविंद संगल द्वारा दिए गए एक बयान का हवाला है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें पहले से आशंका थी कि उनके विरुद्ध एक षड्यंत्र रचा जा रहा है।
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बयान के अनुसार, चेयरमैन को पहले से जानकारी थी कि कुछ राजनैतिक विरोधी उनकी बढ़ती लोकप्रियता से खिन्न होकर उनके खिलाफ फर्जी (फ्रेब्रिकेटेड) वीडियो और व्हाट्सएप चैट तैयार कर उन्हें वायरल करने की साजिश रच सकते हैं। चेयरमैन ने इस पूरे प्रकरण को उनकी राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने की सोची-समझी साजिश बताया है।
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सभासद निशीकांत संगल और अनिल उपाध्याय ने इसे गंभीर मामला बताते हुए मांग की है कि वायरल वीडियो और चैट के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उनकी जांच कर उन्हें चिन्हित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि चेयरमैन पहले ही इस साजिश की आशंका जता चुके थे, तो प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच करानी चाहिए ताकि दोषियों को कानून के दायरे में लाया जा सके।
सीओ सिटी को सौंपे गए शिकायती पत्र में दोनों सभासदों ने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न सिर्फ व्यक्ति विशेष की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि लोकतांत्रिक प्रणाली पर भी सवाल खड़े करती हैं। इसलिए आवश्यक है कि दोषियों के विरुद्ध निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई हो।