मुरादाबाद –उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर दिये गये विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बयान के बाद असामाजिक तत्वों ने उस निर्माणाधीन उपवन में जमकर तोड़फोड़ की, जिसकी नींव तीन दिन पहले ही खुद प्रोफेसर यादव ने रखी थी।
राकेश टिकैत का सिर कलम करने वाले को 5 लाख इनाम, वीडियों पर दी धमकी, कई ज़िलों में मुकदमें दर्ज
यह उपवन सपा संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की स्मृति में बिलारी विधानसभा क्षेत्र में बनाया जा रहा है। इसका शिलान्यास 15 मई को सपा विधायक हाजी फ़हीम इरफ़ान की मौजूदगी में प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने किया था। लेकिन शनिवार रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने निर्माणाधीन संरचना को निशाना बनाते हुए भारी तोड़फोड़ की।
यूपी में 18 PCS अफसरों का तबादला, सत्येंद्र सिंह बने शामली के नए एडीएम,एसडीएम में भी फेरबदल
बयान को लेकर बढ़ा आक्रोश
शिलान्यास के दौरान प्रो. यादव ने ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों का जिक्र करते हुए कहा था कि इस युद्ध को “पीडीए” यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक वर्ग ने लड़ा। उन्होंने विंग कमांडर व्योमिका सिंह को “हरियाणा की कथित चमार जाति” की बताते हुए टिप्पणी की थी, जिससे दलित समुदाय और हिंदू संगठनों में गहरा रोष फैल गया।
इसके बाद से लगातार मांग उठ रही थी कि प्रो. यादव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। इस संबंध में सिविल लाइंस थाने में उनके खिलाफ तहरीर भी दी गई थी।
विधायक ने दर्ज कराई एफआईआर
उपवन में तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही सपा विधायक हाजी फ़हीम इरफ़ान ने बिलारी थाने में लिखित तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बयान को लेकर उपजे विवाद के साथ उपवन में हुई तोड़फोड़ की कड़ी को जोड़कर जांच शुरू की है।
पृष्ठभूमि में पहले से चल रहे विवाद
गौरतलब है कि इससे पहले भी मध्यप्रदेश के भाजपा नेता और मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर भी भारी बवाल मचा था। अब प्रोफेसर यादव के बयान ने इस पूरे मुद्दे को और अधिक संवेदनशील बना दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।