मोरना। भोपा थाना क्षेत्र के गांव नंगला बुजुर्ग में नाले के किनारे खड़ा वन विभाग का एक पेड़ तेज हवा के चलते नाले के दूसरी ओर एक मकान पर गिर गया, जिससे मकान का छज्जा टूट गया और मकान के लिंटर में दरार आ गयी। लिंटर के टुकड़े टूटकर नीचे गिर गए और घर में सो रहा परिवार हादसे का शिकार होते-होते बच गया। भाकियू तोमर ने पीडि़तों को मुआवजा देने की मांग की है।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव नंगला बुजुर्ग निवासी जाफिर ने बताया कि उसने मदरसे में अध्यापक के रूप में तैनात अपने भांजे अब्दुल रउफ को एक मकान रहने के लिए दे रखा है, जिसमें अध्यापक अपनी पत्नी उस्माना व पुत्री अदीबा, रीफा और चांदनी के साथ रहता है। उक्त मकान नाले के किनारे पर बना हुआ है, जिसके दूसरी ओर वन विभाग का एक पुराना और काफी बड़ा पेड़ खड़ा हुआ था जो सूखा और जड़ों से कमजोर था।
जाफिर ने बताया कि उसने व पड़ोसियों ने कई बार वन विभाग को इस पेड़ को कटवाने के लिए कहा था, परन्तु वन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। पीडि़त ने बताया कि बीते शनिवार की देर रात उक्त पेड़ अब्दुल रउफ के मकान पर गिर गया, जिससे उसके मकान का छज्जा टूट गया और लिंटर के बड़े-बड़े टुकड़े जमीन पर गिरने लगे, जिससे मकान में सो रहा परिवार हड़बड़ा कर बाहर की ओर भागा। गनीमत यह रही कि कोई दुर्घटना नहीं हुई।
रविवार को मौके पर पहुंचे भाकियू तोमर के प्रदेश प्रभारी हबीब तुर्क व ब्लॉक अध्यक्ष बाबू ने मामले की सूचना संगठन के पदाधिकारियों को दी, जिस पर मौके पर पहुंचे भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर, जिलाध्यक्ष अखिलेश चौधरी, प्रतिनिधि पवन त्यागी व ब्लॉक अध्यक्ष पुरकाजी अजय त्यागी ने वन विभाग के अधिकारियों से मामले को लेकर बात की, जिस पर वन विभाग के अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है। भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने कहा कि पीडि़त को मुआवजा न मिलने की सूरत में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।