रामेश्वरम/नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और तत्कालीन राष्ट्रपति दिवंगत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के विजन के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़ी प्रगति कर रहा है। अमित शाह ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, ‘मेमोरीज नेवर डाई’ पुस्तक के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
शाह ने भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के लिए कलाम की उत्कृष्ट सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने स्वदेशी गाइडेड मिसाइलों के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया। अग्नि मिसाइल और पृथ्वी मिसाइल के सफल परीक्षण का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। उनकी देखरेख में देश ने 1998 में पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और भारत परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ।उल्लेखनीय है कि रामेश्वरम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का गृह नगर है।
अमित शाह ने कहा कि डॉ. कलाम ने अपनी पुस्तक “भारत 2020: नई सहस्राब्दी के लिए एक दृष्टिकोण” में देश के भविष्य के रोडमैप को रेखांकित किया था। पुस्तक में उन्होंने तीन प्रमुख विज़न का उल्लेख किया है- भारत को एक राष्ट्र के रूप में अपने पोटेंशियल को पहचानने की आवश्यकता है। देश को टेक्नोलॉजी आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की जरूरत है और संतुलित विकास मॉडल को अपनाकर गांवों व शहरों को एक साथ आगे बढ़ाना है। शाह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने इन तीनों बिंदुओं को करके दिखाया है और भारत एक विकसित देश बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारे छात्रों, युवाओं और उनके स्टार्टअप के लिए अंतरिक्ष विज्ञान में अवसर खुले हैं। डॉ. कलाम का अंतरिक्ष विज्ञान में उपलब्धियों का सपना प्रधानमंत्री मोदी के नवाचारों और नई पहलों से पूरा होगा। मुझे विश्वास है कि भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में पूरी दुनिया नेतृत्व करेगा। शाह ने कहा कि डॉ. कलाम के नक्शेकदम पर चलते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने 55 अंतरिक्ष यान मिशन, 50 लॉन्च वाहन मिशन और 11 छात्र उपग्रह लॉन्च किए। उन्होंने बताया कि एक ही उड़ान में रिकॉर्ड 104 उपग्रहों (पीएसएलवी-सी37, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च किया गया और एक उपग्रह के पुनः प्रवेश (पृथ्वी के वायुमंडल में) का प्रयोग भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया। मोदी जी के नेतृत्व में आज अंतरिक्ष के क्षेत्र को स्टार्टअप के लिए खोला गया है। मुझे विश्वास है कि जो स्वप्न डॉ. कलाम ने अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए देखा था, प्रधानमंत्री मोदी के निर्णयों से हम उन सपनों को अवश्य पूरा करेंगे और स्पेस के क्षेत्र में भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा।
गृहमंत्री शाह ने आज विमोचित पुस्तक के संबंध में कहा कि यह डॉ. कलाम को और बेहतर तरीके से जानने, समझने का और उनका अनुसरण करने का मौका देगी। पुस्तक में भारतीय रॉकेटरी का इतिहास है। साथ ही देश के साइंस और टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन को भी व्याख्यायित किया गया है। इस पुस्तक में उनके भारतीय राजनीतिक एवं प्रशासनिक प्रणाली के कामकाज से जुड़े भी कई प्रसंग हैं। इस पुस्तक में बताया गया है कि किस तरह से रामेश्वरम जैसे एक छोटे शहर का लड़का भारतीय राजनीतिक जगत के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचा। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम के संघर्ष की सफलता देखिए कि एक अखबार बांटने वाला बच्चा समाचार पत्रों की हेडलाइन बना।